सांस रोक देने वाले मैच में भारत ने इंग्लैंड को 4 रनों से हराकर किया फाइनल में प्रवेश
एक बेहद ही रोमांचकारी मैच में भारत ने इंग्लैंड को 4 रनों से हराकर ना केवल फाइनल में प्रवेश किया बल्कि एक पदक भी पक्का कर लिया। अब महिला टीम रविवार को ऑस्ट्रेलिया बनाम न्यूजीलैंड के मैच के विजेता से खेलेगी।पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 4 विकेट पर 164 रन बनाए थे। हालांकि तेज गेंदबाजों के महंगे साबित होने के बाद भारत ने इंग्लैंड की रन गति पर अंकुश लगाया और इंग्लैंड अंत में 5 विकेटों के नुकसान पर 160 रन बना पाई।
भारत ने स्मृति मंधाना (61) और जेमीमाह रॉड्रिगेज़ (44) की पारियों की बदौलत पांच विकेट पर 164 रन बनाये और फिर इंग्लैंड की चुनौती को 20 ओवर में छह विकेट पर 160 रन पर रोक लिया।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए स्मृति ने भारत को मज़बूत शुरुआत दिलायी। उनकी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की बदौलत भारत ने पावरप्ले में 64 रन जोड़े। भारत का पहला विकेट 76 रन पर शफाली वर्मा के रूप में गिरा जिन्होंने 17 गेंदों पर 15 रन बनाये। इसके फौरन बाद ही स्मृति भी 32 गेंदों पर 61 रन बनाकर पवेलियन लौट गयीं।
कप्तान हरमनप्रीत कौर (20) के आउट होने के बाद पारी की कमान जेमीमाह और दीप्ति शर्मा ने संभाली। दोनों ने मिलकर चौथे विकेट के लिये 38 गेंदों पर 53 रन जोड़े।
दीप्ति 20 गेंदों पर दो चौकों की बदौलत 22 रन बनाकर आउट हो गयीं, जबकि रॉड्रिगेज़ ने 31 गेंदों पर सात चौके लगाकर 44 रन की नाबाद पारी खेली।इंग्लैंड की ओर से फ्रेया केंप ने दो विकेट लिये जबकि कैथरीन ब्रंट और कप्तान नैटली सिवर ने एक-एक विकेट लिया।
आख़िरी ओवर में इंग्लैंड को छह गेंदों में 14 रन बनाने थे। आखिरी ओवर में भारतीय टीम सिर्फ़ तीन फ़ील्डर ही बाहर रख सकती थी क्योंकि धीमें ओवर रेट के कारण उन्हें पेनल्टी मिली थी। स्नेह राणा ने इस ओवर की तीसरी गेंद पर कैथरीन ब्रैंट को कप्तान हरमनप्रीत के हाथों कैच कराकर भारत की जीत का रास्ता खोल दिया। सोफ़ी एकलस्टन ने आखिरी गेंद पर छक्का मारा लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
इस जीत से झूम उठी भारतीय टीम। एक सपना जो उन्होंने देखा था इस टूर्नामेंट से पहले, अब वो उसके काफ़ी क़रीब पहुंच चुकी हैं। आज भारतीय टीम ने जिस तरीक़े से शुरुआत की थी, उससे यह साफ़ पता चल गया था कि वह इस मुक़ाबले को किस तरह से आगे बढ़ाना चाहती हैं।
हालांकि इंग्लैंड की टीम ने भी लगातार दबाव बनाए रखा लेकिन मैच के आख़िरी पलो में वे भारतीय गेंदबाज़ी के सामने कारगर प्रहार करने में विफल रहीं। भारतीय टीम की तरफ़ से पहले बल्लेबाज़ी में स्मृति और जेमिमाह ने बढ़िया बल्लेबाजी की और जब गेंदबाज़ी की बारी आई तो सभी स्पिनरों ने कमाल की गेंदबाज़ी की।
इंग्लैंड की तरफ से कप्तान नैटली सीवर ने सर्वाधिक 41 और ओपनर डैनी वायट ने 35 रन बनाये। भारत की तरफ स्नेह राणा के दो विकेटों के अलावा दीप्ति शर्मा ने 18 रन पर एक विकेट लिया।