टीम में वापसी को लेकर मैं किसी तरह की झूठी उम्मीदें पैदा नहीं करूंगा : डिविलियर्स
जोहानिसबर्ग। दक्षिण अफ्रीका के विस्फोटक बल्लेबाज एबी डिविलियर्स ने इस साल के आखिर में होने वाले टी20 विश्व कप के लिए राष्ट्रीय टीम में वापसी को लेकर कहा कि वह किसी तरह की झूठी उम्मीदें पैदा नहीं करेंगे। डिविलियर्स का इसके साथ ही मानना है कि कोविड-19 के कारण टी20 विश्व कप भी स्थगित हो सकता है जिसका आयोजन अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में होना है। इस महामारी के कारण कई खेल प्रतियोगिताएं रद्द या स्थगित हो गई हैं।
डिविलियर्स ने अफ्रीकॉंस भाषा के समाचार पत्र ‘रैपोर्ट’ से कहा, ‘मैं अभी छह महीने आगे के बारे में नहीं सोच सकता। अगर टूर्नामेंट अगले साल तक स्थगित होता है तो कई चीजें बदल जाएंगी। अभी मैं खुद को उपलब्ध मानकर चल रहा हूं लेकिन मैं यह नहीं जानता हूं कि तब मेरी फिटनेस कैसी रहेगी और क्या मैं तब स्वस्थ रहूंगा।’
उन्होंने कहा, ‘मैं किसी ऐसे मोड़ पर पहुंच सकता हूं जहां मैं बाउच (कोच मार्क बाउचर) से कहूंगा कि मैं खेलने का इच्छुक था, मैं कोई भूमिका निभाना चाहता हूं लेकिन मैं खुद खेलने में सक्षम नहीं हूं। मुझे ऐसी प्रतिबद्धता और झूठी उम्मीदें बंधाने से डर लगता है।’
डिविलियर्स ने कहा कि वह नहीं मानते कि वह दक्षिण अफ्रीकी टीम में सीधे प्रवेश पाने के हकदार हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं अगर शत प्रतिशत फिट रहता हूं जैसा कि मैं चाहता हूं तो फिर मैं उपलब्ध रहूंगा। अगर ऐसा नहीं होता तो फिर मैं इस तरह का इंसान नहीं हूं जो 80 प्रतिशत फिट होने पर खुद को उपलब्ध रखे।
तब मुझे ट्रायल्स से गुजरकर बाउचर को दिखाना होगा कि मैं अब भी अच्छा खिलाड़ी हूं।’ इस बल्लेबाज ने कहा, ‘उन्हें तभी मेरा चयन करना चाहिए जब उन्हें लगे कि मैं दूसरे खिलाड़ी से बेहतर हूं। मैं उस तरह का इंसान नहीं हूं जो यह समझे कि मैं जो चाहता हूं वैसा ही होना चाहिए।’
ऑस्ट्रेलिया में अक्टूबर-नवंबर में होने वाला टी20 विश्व कप डिविलियर्स की वापसी के लिए शानदार मंच हो सकता है लेकिन वह इंग्लैंड में पिछले साल खेले गए वनडे विश्व कप के दौरान घटी घटनाओं को नहीं दोहराना चाहते हैं जब रिपोर्टों में कहा गया था कि उन्होंने वापसी की इच्छा व्यक्त की थी लेकिन उनकी पेशकश ठुकरा दी गई थी।
उन्होंने कहा, ‘मैं एक निश्चित जवाब देने को लेकर अनिश्चित हूं क्योंकि पूर्व में मैं काफी आहत हुआ था। लोग फिर से सोचेंगे कि मैंने अपने देश से मुंह मोड़ा। मैं सीधे टीम में जगह नहीं बना सकता हूं। मुझे अपना स्थान पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी और उसका हकदार बनना होगा।’ (भाषा)