क्या टीम इंडिया के लिए सिर्फ एक ‘बैकअप गेंदबाज’ बन गए मोहम्मद सिराज?
आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन सामने आ गई है। फाइनल से ठीक एक दिन पहले टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान भारतीय अंतिम एकादश का ऐलान किया। क्रिकेट के गलियारों में लंबे समय से सिर्फ एक ही बात को लेकर चर्चा चल रही थी कि फाइनल में इशांत शर्मा खेलते नजर आएंगे या फिर मोहम्मद सिराज।
हालांकि, विराट कोहली ने सिराज के स्थान पर इशांत शर्मा को अंतिम ग्यारह में मौका देकर सभी चर्चाओं पर पूर्णविराम लगा दिया। कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स का ऐसा मानना था कि प्लेइंग इलेवन में युवा तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज को मौका मिलना चाहिए क्योंकि हाल फिलहाल के समय में वह न सिर्फ बेहतरीन लय में नजर आए है बल्कि इंग्लैंड की परिस्तिथियों में भी दमदार खेल दिखा सकते हैं। लेकिन विराट ने युवा जोश के सामने अनुभव को तरजीह दी।
बैकअप के रूप में मिला था मौका
जानकारी के लिए बता दें कि, मोहम्मद सिराज ने इस साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर अपने टेस्ट करियर का आगाज किया था और पूरी सीरीज में उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से काफी सुर्खियां भी बटोरी थीं। मगर सिराज को उस सीरीज में मोहम्मद शमी के चोटिल होने के बाद मौका दिया गया था।
ऑस्ट्रेलिया सीरीज के बाद जब इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज खेली गई थी तब भी सिराज को जसप्रीत बुमराह को आराम दिए जाने के बाद प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बनाया गया था और बुमराह की वापसी के बाद सिराज को फिर से अंतिम एकादश में जगह नहीं मिली थी।
ऐसे में यह कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा कि अब तक मोहम्मद सिराज का इस्तेमाल टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में एक बैकअप गेंदबाज के रूप में ही किया गया है।
छोटे से करियर में मचाई धूम
भले ही सिराज को एक बैकअप गेंदबाज के रूप में खेलने का मौका मिला हो, लेकिन इस बात में कोई शक नहीं है कि उन्होंने अपने खेल से दुनिया भर के दिग्गजों के बीच अपना नाम कमाया है। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया को यादगार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतने में इनका एक बड़ा हाथ था।
गाबा टेस्ट में कंगारू टीम के विरुद्ध सिराज ने सनसनी फैलाते हुए मात्र 73 रन देकर पांच विकेट अपनी झोली में डाले थे। अभी तक खेले अपने पांच टेस्ट मैचों में सिराज ने 28.25 की औसत के साथ 16 विकेट चटकाए हैं।
खैर, सिराज को टेस्ट चैंपियनशिप की प्लेइंग इलेवन में मौका तो नहीं मिला लेकिन हम उम्मीद करेंगे कि टीम इंडिया न्यूजीलैंड को हराकर न सिर्फ 2019 के वनडे विश्व कप के सेमीफाइनल में मिली हार का बदला लेगी बल्कि टेस्ट में बेस्ट बनकर भी इतिहास रचेगी।