इंदौर में कंगारूओं ने की वापसी, भारत को तीसरे टेस्ट में 9 विकेटों से दी मात
ऑस्ट्रेलिया के लिए शुक्रवार का दिन खास रहा और मेहमानों ने मेजबानों द्वारा दिया गया 76 रनों का लक्ष्य सिर्फ एक विकेट खोकर पा लिया। पहले ही ओवर में उस्मान ख्वाजा का विकेट निकालने के बाद भारत के लिए कुछ खास नहीं रहा और ट्रैविस हेड और मार्नस लाबुशेन ने भारतीय स्पिन गेंदबाजों को सतर्कता से खेलने के बाद आक्रमण कर इस लक्ष्य को पा लिया।
मैच के तीसरे दिन शुक्रवार को आस्ट्रेलिया को जीत के लिये महज 76 रनों के लक्ष्य का पीछा करना था जिसे ट्रैविस हेड (49 नाबाद) और मार्नश लाबुशेन (28 नाबाद) की जोड़ी ने महज 18.5 ओवर के खेल में ही हासिल कर लिया। मैच को आस्ट्रेलिया के पक्ष में करने की पटकथा आस्ट्रेलिया के अनुभवी स्पिनर नेथन लायन ने भारत की दूसरी पारी में आठ विकेट चटका कर गुरूवार को ही लिख दी थी जिस पर आज ट्रैविस और मारनस की जोड़ी ने संयमपूर्ण बल्लेबाजी कर मुहर लगा दी।
भारत के स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने हालांकि आज अपने पहले ही ओवर उस्मान ख्वाजा का विकेट हासिल कर थोड़ा रोमांच पैदा किया था मगर आस्ट्रेलिया के बल्लेबाजो ने भारतीयों को और कोई मौका दिये बिना जीत का लक्ष्य हासिल कर लिया। भारत ने पहली पारी में 109 रन बनाये थे जिसके जवाब में आस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 197 रन बना कर 88 रन की महत्वपूर्ण लीड हासिल की थी। दूसरी पारी में भी भारत का प्रदर्शन दयनीय रहा और पूरी टीम 163 रन पर लुढक गयी थी जिसके चलते मेहमान टीम को जीत के लिये 76 रन का बौना लक्ष्य मिला। इसे आस्ट्रेलिया ने एक विकेट पर 78 रन बना कर पूरा कर लिया।
भारत को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने के लिये इस मुकाबले को जीतना जरूरी था। टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल इंग्लैंड के ओवल में सात से 11 जून के बीच खेला जाएगा। भारत को अब चैंपियनशिप के खिताबी मुकाबले में प्रवेश के लिये चौथा और अंतिम टेस्ट मैच हर हाल में जीतना होगा। यदि भारत इसमें असफल रहता है तो उसको श्रीलंका और न्यूजीलैंड के बीच होने वाले मैच के नतीजे पर निर्भर रहना होगा।
इंदौर के होल्कर स्टेडियम में पूरे टेस्ट मैच में स्पिनरों का जलवा रहा। आस्ट्रेलिया के मैथ्यू कुह्नमैन ने पहली पारी में पांच विकेट झटक कर भारत की पहली पारी को सस्ते में समेटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी जबकि नाथन लियोन ने तीन विकेट झटके जिसके चलते मेजबान टीम पहले ही दिन महज 33.2 ओवर के खेल में ही ढेर हो गयी थी। पहली पारी में विराट ने सर्वाधिक 22 रन बनाये थे जबकि पांच खिलाडी दहाई अंक से भी कम योगदान दे सके थे।
पहली पारी के कम स्कोर का बचाव करते हुये रवीन्द्र जडेजा (चार विकेट) और रविचंद्रन अश्विन (तीन विकेट) झटक कर आस्ट्रेलिया को 197 रनो पर समेटने में सफलता हासिल की मगर दूसरी पारी में भी आस्ट्रेलिया के स्पिनर भारतीय बल्लेबाजों पर हावी रहे। नाथन लियोन ने अकेले दम पर आठ विकेट झटक कर भारतीय बल्लेबाजी की कमर तोड दी और अंतत: यही उसकी जीत का कारक बनी। कप्तान रोहित शर्मा ने रवीन्द्र जडेजा और अश्विन की जोडी को मेहमानो की दूसरी पारी को भेदने के लिये मोर्चे पर लगाया मगर लक्ष्य बौना होने के कारण हार को झेलने पर मजबूर होना पडा।
मैच के आस्ट्रेलिया के पक्ष में जाने की पटकथा आस्ट्रेलिया के अनुभवी स्पिनर नेथन लायन ने भारत की दूसरी पारी में आठ विकेट चटका कर गुरूवार को ही लिख दी थी जिस पर आज ट्रैविस और मारनस की जोड़ी ने संयमपूर्ण बल्लेबाजी कर मुहर लगा दी।