पूर्व कोच कुंबले भी हुए कोहली के मुरीद, साल 2017 में हुई थी तनातनी
कोहली की आक्रामकता उनकी टीम को जरूरी जज्बा देती है: कुंबले
पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले स्टार बल्लेबाज विराट कोहली के प्रदर्शन में निरंतरता से हैरान हैं और उनका मानना है कि मैदान पर उनकी आक्रामकता, वह जिस भी टी20 टीम के लिए खेलते हैं, उसे जरूरी जज्बा देती है।उनका यह बयान तब और महत्वपूर्ण हो जाता है जब वह विराट कोहली के कहने पर ही कोचिंग के पद से निकाले गए थे। दोनों के बीच में कैसे तनातनी बढ़ी थी इसका गवाह हर क्रिकेट प्रेमी है।
कुंबले इसे कोहली की सबसे बड़ी विरासत मानते हैं जो आईपीएल के सभी 16 सत्र में सिर्फ एक फ्रेंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (RCB) की ओर से खेलने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं।
कुंबले ने जियो सिनेमा से कहा, मैं इसे प्रदर्शन में निरंतरता कहूंगा। जब मैं आरसीबी का हिस्सा था तो मैंने उसे आरसीबी में देखा था जहां अंडर-19 विश्व कप जीतने के बाद उसने अपने टी20 करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद उसकी फिटनेस, वह जिस तरह क्रिकेट खेलना चाहता है उस तरीके और सफेद गेंद के क्रिकेट में उसके प्रदर्शन में बदलाव आया।
उन्होंने कहा, टेस्ट क्रिकेट में हम उसकी महानता के बारे में जानते हैं। टी20 में भारत के लिए उसके प्रदर्शन की निरंतरता शानदार है। वह जिस तरह की आक्रामकता और रवैया मैदान में लेकर आता है उससे टीम को जज्बा हासिल करने में मदद मिलती है।
इंग्लैंड की विश्व कप विजेता टीम के कप्तान इयोन मोर्गन ने कोहली को आधुनिक युग के बेहतरीन क्रिकेटरों में से एक करार दिया।आरसीबी के कोच के रूप में कोहली के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने वाले माइक हेसन ने बताया कि मैदान के बाद वह काफी धैर्यवान हैं।उन्होंने कहा, आपने मैदान पर उसके बारे में बात की लेकिन वह मैदान के बाहर बहुत शांत है। जब युवा खिलाड़ी टीम में आता है या कोई विदेशी खिलाड़ी वह उन्हें जानने में समय बिताता है।
बतौर कोच और कप्तान कुंबले और कोहली में हुआ था टकरावकुंबले 2016-17 के बीच एक साल के लिए भारतीय टीम के कोच थे। उस समय सचिन तेंदुलकर, लक्ष्मण और गांगुली की अध्यक्षता वाली क्रिकेट सलाहकार समति ने उन्हें शास्त्री की जगह नियुक्त किया था। हालांकि, कप्तान विराट कोहली के साथ कटु मतभेद के कारण कुंबले ने चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान से हारने के बाद अपना इस्तीफा दे दिया था।
अनिल कुंबले के लिए टीम में अनुशासन सबसे अहम रहा। यही कारण है कि उनकी कोहली से पटरी नहीं बैठी और दोनों ने 6 माह तक आपस में बात तक नहीं की थी।हालांकि कप्तान विराट ने अनिल कुंबले से मतभेद की खबरों का खंडन किया था। लेकिन मीडिया रिपोर्टों में यह बराबर आ रहा था कि विराट और कई खिलाड़ियों का कहना है कि वे कुंबले की कार्यशैली से खुश नहीं हैं।