लोकसभा चुनाव के लिए Whatsapp ने लांच किया Checkpoint Tipline, आप भी लगा सकेंगे सच का पता
भारत में whatsapp के यूसर्ज लगातार बढ़ रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से फेक न्यूज, मैसेज और फोटो को लेकर whatsapp लगातार आलोचनाओं के घेरे में रहा है। कई बार अफवाह भरे मैसेज को लेकर भारत में मॉब लिंचिंग जैसी घटनाएं भी सामने आई। इसके बाद सरकार ने whatsapp को कड़े कदम उठाने को कहा है। लोकसभा चुनावों को लेकर whatsapp बड़ा कदम उठाते हुए नया फीचर लांच किया है। इस फीचर का नाम Checkpoint Tipline है। इस यूजर्स किसी मैसेज या जानकारी के सच होने की पुष्टि खुद कर सकेंगे। whatsapp ने एक स्टेटमेंट जारी कर इस Tipline के फीचर्स के बारे में बताया है।
कैसे करेगा काम : भारत के एक स्किलिंग स्टार्टअप PROTO की ओर से लांच यह Tipline फैलाई गई अफवाहों का एक डेटाबेस तैयार करेगा। इससे चुनाव के समय चेकपॉइंट के लिए फेक जानकारी को स्टडी किया जा सके। चेकपॉइंट एक रिसर्च प्रोजेक्ट है, जिसे whatsapp की सहायता से और टेक्निकल हेल्प से चलाया जा रहा है।
ऐसे कर सकेंगे फेक मैसेज की जांच : कंपनी के मुताबिक भारत के यूजर्स किसी तरह की अफवाह या फेक मैसेज की पड़ताल के लिए उसे चेकपॉइंट टिपलाइन (+91-9643000888) पर सबमिट कर सकते हैं। एक बार यूजर की ओर से मैसेज रिसीव होने के बाद PROTO का वेरिफिकेशन सेंटर उसकी पड़ताल करेगा और जांच के बाद यूजर को बताएगा कि मैसेज में दी गई जानकारी सही है या नहीं। इस जानकारी को सही, गलत, भ्रामक, विवादित या आउट ऑफ स्कोप में वर्गीकृत किया जाएगा।
इनकी कर सकेंगे पड़ताल : वेरिफिकेशन सेंटर में तस्वीरों और वीडियो लिंक्स से लेकर टैक्स्ट तक की पड़ताल की जा सकती है। सेंटर में अंग्रेजी के अतिरिक्त हिन्दी, तेलुगु, बंगाली और मलयालम भाषाओं में मिली जानकारियों की जांच की जा सकेगी। फेसबुक ने भी बीते सोमवार को अलग-अलग दलों से जुड़े फेक न्यूज और भ्रामक जानकारियां फैलाने वाले सैकड़ों पेज डिलीट करते हुए उनके खिलाफ एक्शन लिया है।