कोलकाता नाइट राइडर्स पर फिर फूटा कुलदीप का कहर, चटकाए 4 विकेट
कुलदीप यादव की बलखाती गेंदों के कमाल से दिल्ली कैपिटल्स ने नितीश राणा की आकर्षक अर्धशतकीय पारी के बावजूद कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) को गुरुवार को यहां इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच में नौ विकेट पर 146 रन पर रोक दिया।
बायें हाथ के कलाई के गेंदबाज कुलदीप ने तीन ओवर में 14 रन देकर चार विकेट लिये जबकि तेज गेंदबाज मुस्ताफिजुर रहमान (चार ओवर में 18 रन देकर तीन विकेट) ने उनका अच्छा साथ दिया।
कुलदीप ने आठवें ओवर में गेंद थामी तथा पदार्पण कर रहे बाबा इंद्रजीत (छह) और सुनील नारायण (शून्य) को लगातार गेंदों पर आउट किया। इसके बाद जब वह 14वें ओवर में दूसरे स्पैल के लिये आये तो उन्होंने इस ओवर में श्रेयस और खतरनाक आंद्रे रसेल (शून्य) को अपनी बलखाती गेंदों का मजा चखाकर केकेआर की वापसी की उम्मीदों पर पानी फेरा।
यह पहली बार नहीं है जब कोलकाता से दिल्ली आए कुलदीप ने अपनी पुरानी फ्रैंचाइजी के खिलाफ अपना गुस्सा निकाला है। इससे पहले भी इस सत्र में इन दोनों टीमों के खिलाफ खेले मैच में कुलदीप यादव ने कमाल की गेंदबाजी की थी।
हालांकि आज उन्होंने कोलकाता के खिलाफ अपना पुराना प्रदर्शन सुधार लिया और उतने ही विकटों पर कम रन दिए। कुलदीप ने अपने कोटा का एक ओवर भी कम किया।
10 अप्रैल को भी कोलकाता के खिलाफ लिए थे 4 विकेटइससे पहले 10 अप्रैल रविवार को ब्रेबोर्न स्टेडियम में दिल्ली कैपिटल्स द्वारा नीलामी में ख़रीदे गए कुलदीप का सामना अपनी पहली आईपीएल टीम से हुआ था और एक बड़े स्कोर वाले मुक़ाबले में उनके 35 रन देकर चार विकेटों ने उन्हें प्लेयर ऑफ़ द मैच भी दिलाया था।
उन्होंने एक बार श्रेयस को आगे बढ़ते देखा और लंबाई अपनी ओर खींचते हुए गुगली पर उन्हें स्टंप करवाया। श्रेयस की शानदार पारी 33 गेंदों पर 54 रन बनाकर ख़त्म हुई थी।
इसके बाद मैच के 16वें ओवर में चार गेंदों के भीतर कुलदीप ने कमिंस, नारायण और उमेश यादव के विकेट लेकर कोलकाता की उम्मीदों को पूरी तरह से ख़त्म कर दिया था। कमिंस को सीधी और तेज़ डाली गई स्किडर ने छकाया तो नारायण और उमेश उनकी धीमे से डाली गई स्टॉक लेग ब्रेक पर कैच थमा बैठे। उमेश के बल्ले से लगी बाहरी किनारे को कुलदीप पकड़ने ख़ुद 30 यार्ड के दायरे के पास मिडविकेट तक पहुंचे और गोता लगाकर कैच को पूरा किया। उसके बाद की उनकी दहाड़ ने बताया कि इस दिन का स्पैल उनके लिए क्या मायने रखता था।