बौने हो सकते हैं इंसान, मौसम परिवर्तन को लेकर चौंकाने वाला खुलासा...
मौजूदा समय में जलवायु परिवर्तन तेजी हो रहा है। इसका प्रभाव प्रकृति के साथ मानव जाति पर भी पड़ रहा है। इसी बीच एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। यूनिवर्सिटी में जीवाश्म विज्ञान के एक प्रोफेसर स्टीव ब्रूसेट ने उम्मीद जताई कि अगर यही स्थिति रही और तापमान तेजी से इसी तरह बढ़ता रहा तो इंसान बौने हो सकते हैं। हालांकि रिचर्स को लेकर वैज्ञानिकों में मतभेद हैं।
खबरों के अनुसार, प्रोफेसर स्टीव ब्रूसेट का कहना है कि जलवायु परिवर्तन की स्थिति में जीवित रहने के बेहतर अवसर के लिए मनुष्य धीरे-धीरे सिकुड़ जाएगा। प्रोफेसर का कहना है कि अगर तापमान वास्तव में तेजी से बढ़ता है तो इंसान बौना भी हो सकता है।
जलवायु परिवर्तन को लेकर जीवाश्म वैज्ञानिक ने एक नए चौंकाने वाले खतरे का खुलासा किया है। हालांकि अध्ययन को लेकर वैज्ञानिकों में मतभेद है। उनका कहना है कि जलवायु परिवर्तन इंसान की लंबाई भी घटा सकता है, क्योंकि पिछले लाखों सालों में इसका असर इंसानों पर पड़ा है।
वैज्ञानिक का कहना है कि मनुष्य के आकार का सीधा संबंध तापमान से हो सकता है लेकिन इसके कारणों को अभी और समझने की जरूरत है। शोधकर्ताओं का कहना है कि उत्तरी यूरोप और स्केंडिनेविया में तापमान परिवर्तन से जानवर छोटे होते जा रहे हैं, हालांकि कई अन्य वैज्ञानिक इस बात से सहमत नहीं हैं।
मनुष्य की अत्यधिक या सामान्य से कम लंबाई होना, पैर छोटे होना और हाथों की लंबाई ज्यादा होना या हाथ छोटे और पैर की लंबाई ज्यादा होना और शारीरिक रचना सामान्य लोगों से अलग होने की स्थिति को बौना या नाटा कहा जाता है।