पाकिस्तान में खुल रहा है किन्नरों का पहला अनोखा स्कूल
लाहौर। पाकिस्तान में ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए एक बड़ी खुशखबरी है क्योंकि वहां देश के ट्रांसजेंडरों (किन्नरों) के लिए पहला एजुकेशनल एंड वोकेशनल प्रोग्राम स्कूल खुलने वाला है।
लाहौर में 'द जेंडर गार्जियन' के नाम से ये खास ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए स्कूल खोला जाने वाला है, जिसमें प्राइमरी से लेकर कॉलेज तक की एकेडमिक शिक्षा दी जाएगी। यह स्कूल 15 अप्रैल से खुलने वाला है।
उल्लेखनीय है कि एक्सप्लोरिंग फ्यूचर फाउंडेशन नामक एनजीओ की ओर से इस स्कूल की स्थापना की गई है। स्कूल का लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम के अलहमरा हॉल में उद्घाटन किया जाएगा। इस समारोह में कुछ सेलेब्रिटीज के आने की भी संभावना है।
इस स्कूल में प्राइमरी, मैट्रिक्युलेशन और कॉलेज के स्तर तक की शिक्षा दी जाएगी। स्कूल के फाउंडर आसिफ शहजाद की योजना है कि वे एनजीओ की मदद के इस्लामाबाद और कराची में भी ऐसे ही स्कूल खोलेंगे।
इसमें टेक्निकल एजुकेशन, जैसे फैशन डिजाइनिंग, ब्यूटीशियन, हेयर स्टाइलिंग कोर्स, ग्राफिक डिजाइनिंग, कंप्यूटर-मोबाइल रिपेयरिंग का कोर्स भी शामिल होगा।
स्कूल मैनेजमेंट ने बताया कि अब तक 40 छात्रों ने पहले ही रजिस्ट्रेशन करवा लिया है। स्कूल में 15 फैकल्टी मेंबर हैं, जिसमें 3 खुद ट्रांसजेंडर समुदाय से हैं।
पाकिस्तान में पहली ट्रांसजेडर एंकर को प्रसिद्धि मिलने के बाद अब वहां ट्रांसजेंडरों के लिए पहला एजूकेशनल एंड वोकेशनल प्रोग्राम स्कूल भी खुलने वाला है जिसे एक अच्छी शुरुआत कही जा सकती है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले इस्लामाबाद की अल्लामा इकबाल ओपन यूनिवर्सिटी ने पिछले साल अक्टूबर से किन्नरों के लिए मुफ्त शिक्षा देने के कार्यक्रम की शुरुआत की थी। इस यूनिवर्सिटी को समाज के दलित और कमजोर तबकों को शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए जाना जाता है।
तब जियो टीवी से बात करते हुए यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर डॉ. शाहिद सिद्दीकी ने कहा था कि 'हमने पाकिस्तान के किन्नर समाज की दशा को सुधारने के लिए एक कार्यक्रम की शुरुआत की है। इस कार्यक्रम के जरिए हम उनके खोए आत्म सम्मान और मानवीय गरिमा को बहाल करने की कोशिश करेंगे। इसके साथ ही, हम उन्हें देश और समाज का जिम्मेदार नागरिक बनाने में योगदान करेंगे।'