अब तालिबान के काम नहीं आ पाएंगे अमेरिकी हथियार, सेना ने डिफेंस सिस्टम किया निष्क्रिय
काबुल। अमेरिकी सैनिकों ने इस बार अफगानिस्तान से लौटते समय काफी सतर्कता दिखाई है। दरअसल, अमेरिकी सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पूरी हो गई है, लेकिन इस बार अमेरिकी सैनिकों ने अफगानिस्तान छोड़ने से पहले अपने डिफेंस सिस्टम को निष्क्रिय कर दिया है। अब तालिबान इन छोड़े गए हथियारों का उपयोग नहीं कर पाएगा।
बताया जा रहा है कि सैनिकों ने काबुल एयरपोर्ट पर पूरी सावधानी के साथ वापसी के अंतिम चरण को अंजाम दिया है। यूएस सैनिकों ने एयरपोर्ट पर मौजूद सभी हवाई जहाज, हथियारों से लैस वाहन और रॉकेट डिफेंस सिस्टम को निष्क्रिय कर दिया है। ऐसा करने से तालिबान इन हथियारों का उपयोग नहीं कर पाएगा। अमेरिकी सेना ने काबुल पर 15 अगस्त को तालिबान के कब्जे के बाद महज 15 दिनों में अपने नागरिकों और मददगारों की सुरक्षित वापसी के साथ इस काम को पूरा किया है।
सेंट्रल कमान के प्रमुख जनरल मैकेंजी ने कहा कि हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 73 विमानों को पहले ही डिमिलिट्राइज्ड कर दिया गया था। ये विमान अब बेकार हैं। अब सैन्य अभियान में इनका इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा। सेना ने काबुल एय़रपोर्ट पर हाईटेक रॉकेट डिफेंस सिस्टम को भी निष्क्रिय कर दिया है।
मैकेंजी ने कहा कि अमेरिकी सेना ने 70 हथियारबंद वाहन अफगानिस्तान में छोड़े हैं। इनमें से हर एक वाहन की कीमत 10 लाख डॉलर है। उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने करीब सवा लाख लोगों को अफगानिस्तान से 15 दिनों में बाहर निकाला है। उन्होंने बताया कि रॉकेट डिफेंस सिस्टम को निष्क्रिय करने में ज्यादा वक्त लगा। हालांकि आखिरी विमान के रवाना होने तक इसे चालू रखा गया था।