बलूचिस्तान में लोकतंत्र नहीं, आम हैं हत्याएं और अपहरण
जेनेवा। बलूचिस्तान ह्यूमन राइट्स कौंसिल (BHRC) के उपाध्यक्ष हसन हमदम ने कहा कि बलूचिस्तान में लोकतंत्र नाम की चीज ही नहीं है। यहां पाकिस्तानी सेना ही सीधे शासन कर रही है।
हमदम ने एनएनआई से बातचीत में कहा कि यहां हालात बहुत ही ज्यादा खराब हैं। पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान में रोज अपहरण और हत्याएं करवाई जा रही हैं।
यहां इस्लामाबाद से सीधे पाकिस्तानी सेना ही शासन कर रही है। सरकार द्वारा यहां के लोगों का शोषण किया जा रहा है। यहां के संसाधनों का देश के दूसरे हिस्सों उपयोग किया जा रह है। यहां के लोग खाली हाथ हैं।
उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान में संसाधनों की कोई कमी नहीं है, लेकिन बलूच लोग फिर भी सबसे गरीब हैं। पाकिस्तान सरकार को यहां के लोगों से और उनके विकास से कोई लेना-देना नहीं है।
यहां हालात इतने खराब हैं कि बच्चों के लिए शिक्षा की व्यवस्था नहीं है। युवाओं के लिए रोजगार नहीं है। इतना ही नहीं लोगों के पास मूलभूत सुविधाएं और अधिकार भी उपलब्ध नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना बलूच बुद्धिजीवियों, विद्यार्थियों और अन्य लोगों को झूठे मामलों में फंसा रही है। दरअसल, हकीकत तो यह है कि यदि आप पाकिस्तान के खिलाफ कुछ बोलते हैं तो इसका मतलब है कि आप इस्लाम और मुस्लिमों के खिलाफ हैं।