अमेरिकी संसद में मंदिरों पर हमले और हिन्दूफोबिया की आलोचना करने वाला प्रस्ताव पेश
हिन्दू अमेरिकी कर रहे हैं दुष्प्रचार का सामना
Hinduphobia : अमेरिका में हिन्दुओं और हिन्दू धर्म के योगदानों का उल्लेख करते हुए एक प्रमुख भारतीय-अमेरिकी सांसद ने 'हिन्दूफोबिया' (Hinduphobia), हिन्दू-विरोधी कट्टरता, नफरत और असहिष्णुता की निंदा करते हुए प्रतिनिधि सभा में एक प्रस्ताव पेश किया है। कांग्रेस सदस्य श्री थानेदार द्वारा वॉशिंगटन में बुधवार को पेश किए गए प्रस्ताव को सदन की निरीक्षण और जवाबदेही समिति के पास भेजा गया है।
हिन्दू-अमेरिकी कर रहे हैं दुष्प्रचार का सामना : प्रस्ताव में कहा गया है कि अमेरिका में सकारात्मक योगदानों के बावजूद हिन्दू-अमेरिकियों को अपनी विरासत और प्रतीकों के बारे में रूढ़िवादिता और दुष्प्रचार का सामना करना पड़ता है तथा वे स्कूलों और कॉलेज परिसरों में छेड़छाड़ के साथ ही भेदभाव, घृणा भाषण तथा पूर्वाग्रह से प्रेरित अपराधों का सामना करते हैं।
एफबीआई के अनुसार हिन्दू विरोधी घृणा अपराध हर साल बढ़ रहे : प्रस्ताव में कहा गया है कि संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) की घृणा अपराध सांख्यिकीय रिपोर्ट के अनुसार मंदिरों और व्यक्तियों को निशाना बनाने वाले हिन्दू विरोधी घृणा अपराध हर साल बढ़ रहे हैं जबकि इसके साथ ही अमेरिकी समाज में 'हिन्दूफोबिया' (हिन्दू विरोधी या हिन्दुओं के प्रति घृणा की भावना) दुर्भाग्यपूर्ण रूप से बढ़ रहा है।
अमेरिका ने 40 लाख से अधिक हिन्दुओं का स्वागत किया : इसके अनुसार अमेरिका ने 1900 के बाद से दुनिया के सभी हिस्सों से 40 लाख से अधिक हिन्दुओं का स्वागत किया है जिसमें विभिन्न नस्ल, भाषा और जातीय पृष्ठभूमि के हिन्दू शामिल हैं। प्रस्ताव के अनुसार अमेरिका की अर्थव्यवस्था के प्रत्येक आयाम और प्रत्येक उद्योग में हिन्दू-अमेरिकियों के योगदान से देश को काफी फायदा हुआ है।
मंदिरों में चोरी व तोड़फोड़ की घटनाओं में अचानक वृद्धि हुई : 'फाउंडेशन फॉर इंडिया एंड इंडियन डायस्पोरा स्टडीज' के नीति एवं रणनीति प्रमुख खांडेराव कांड ने कहा कि इस साल की पहली तिमाही में श्रद्धालुओं को डराने के लिए अमेरिका में मंदिरों में चोरी के साथ ही तोड़फोड़ की घटनाओं में अचानक वृद्धि हुई है।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta