इंडोनेशिया के विनाशकारी भूकंप ने ली 1200 लोगों की जान, भारत ने मदद की पेशकश की
जकार्ता। इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप में गत शुक्रवार को आए भूकंप के शक्तिशाली झटके और सुनामी से मृतकों की संख्या बढ़कर 1203 हो गई है जबकि सैकड़ों लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं जिससे इनकी संख्या में और अधिक वृद्धि होने की आशंका है।
राष्ट्रपति जोको विडोडो की सरकार ने सोमवार को कहा कि वह आपदा राहत एवं पुनर्वास के लिए विदेशी सहायता स्वीकार करेगी। त्वरित कार्रवाई टीम (एसीटी) के उपाध्यक्ष इंसान नुर्रोहमैन ने कहा कि 61 विदेशी नागरिकों समेत बहुत से लोग लापता हैं जिसके कारण मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। गंभीर रूप से घायल 540 लोगों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सबसे अधिक मौतें पोटेबो में हुई है, जहां सुनामी ने भारी तबाही मचाई है। उन्होंने बताया कि पालू शहर तथा डोंग्गाला जिले के सिंगी और पारिगी में 123 स्थानों पर बनाए गए राहत शिविरों में 16,732 लोगों को ठहराया गया है।
निवेश समन्वय बोर्ड के प्रमुख थॉमस लेमबोंग ने एक ट्वीट में कहा कि राष्ट्रपति विडोडो ने रविवार रात बोर्ड को तत्काल आपदा प्रतिक्रिया एवं राहत के लिए अंतरराष्ट्रीय मदद स्वीकार करने के लिए अधिकृत कर दिया।
संवाद समिति 'अंतारा' ने राष्ट्रीय आपदा एजेंसी के प्रवक्ता सुटोपो पुर्वो नुग्रोहो के हवाले से बताया कि उन्होंने इस मसले पर विदेश मंत्री रेटनो एलपी मार्सुडी के साथ समन्वय किया था। उन्होंने कहा कि मैंने न्यूयॉर्क में विदेश मंत्री से संपर्क किया था। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने हमारी जरूरतों के आधार पर विदेशी सहायता स्वीकार करने की इच्छा व्यक्त की है। इसका मतलब है कि हम अंतरराष्ट्रीय पेशकश को स्वीकार करेंगे।
उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय और आपदा एजेंसी मौजूदा नियमों के अनुरूप तंत्र और प्रक्रियाओं की तैयारी कर रही हैं और सरकार पालू और डोंगाला में भूकंप और सुनामी को राष्ट्रीय आपदा घोषित नहीं करेगी, हालांकि सरकार विदेशी सहायता का स्वागत करती है।
मोदी ने की इंडोनेशिया को मदद की पेशकश : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो को सोमवार को टेलीफोन करके हाल में सुलावेसी क्षेत्र में भूकंप और सुनामी के कारण हुए जान-माल के नुकसान पर गहरा दु:ख व्यक्त किया।
विदेश मंत्रालय के अनुसार मोदी ने इंडोनेशिया के सुलावेसी क्षेत्र में भूकंप और सुनामी के कारण बड़ी संख्या में लोगों के मारे जाने पर शोक व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने भीषण आपदा और अभूतपूर्व क्षति की इस घड़ी में चुनौतियों का सामना करने में इंडोनेशिया के लोगों के धैर्य एवं साहस की सराहना की।
इंडोनेशिया की अंतरराष्ट्रीय सहायता की अपील पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मोदी ने विडोडो को भारत की ओर से हरसंभव मदद की पेशकश की। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने मोदी को धन्यवाद ज्ञापित किया और दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि भारत द्वारा भेजी जाने वाली सहायता के बारे में राजनयिक स्तर पर तालमेल से फैसला लिया जाएगा।