10 Most Powerful Earthquakes in Earth History : प्राकृतिक आपदाओं ने दुनिया में भयंकर तबाही मचाई है। भूंकप में दुनिया में हजारों की लोगों लोगों की जान ली और दुनिया में भयंकर तबाही भी मचाई है। एक नजर दुनिया के 10 विनाशकारी भूंकप पर जिन्होंने धरती पर मचाई थी तबाही-
1. चीली में गई थी लाखों की जान : 22 मई 1960 वाल्डिविया, चिली में आए भूकंप की तीव्रता 9.5 मापी गई थी। इसके बाद सुनामी की लहरों ने तबाही मचाई थी। हवाई, जापान, फिलीपींस, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में भी भारी तबाही मचाई थी। इस विनाशक भूंकप में लाखों लोगों की जान गई थी।
2. नेपाल में मची थी तबाही : नेपाल में 25 अप्रैल 2015 को 8.1 की तीव्रता का भूकंप आया था। इसमें करीब 9000 से लोग मारे गए थे जबकि 23 हजार से ज्यादा घायल हुए थे। भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान, चीन तक ये झटके महसूस किए गए थे।
3. सुनामी ने मचाई तबाही : जापान में यूं तो भूंकप आते रहते हैं। 11 मार्च 2011 को जापान आए भूंकप के बाद सुनामी से भारी तबाही हुई थी। भूकंप की तीव्रता 9 मापी गई थी। सुनामी की वजह से जापान के तटीय इलाकों में बनीं 3 लाख से ज्यादा इमारतें बह गई थीं। इस भूकंप में लाखों लोग मारे गए थे।
4. भारत और श्रीलंका में हिली जमीन : 26 दिसंबर 2004 को श्रीलंका और दक्षिण भारत के राज्यों में आए इस भूकंप की तीव्रता 9.2 मापी गई थी। भूकंप के चलते समुद्र में सुनामी आ गई थी, जिससे श्रीलंका के कई तटवर्ती शहर तबाह हो गए थे। भारत में भी समुद्र तट से लगे शहरों में भारी नुकसान हुआ था। इस भूकंप का केंद्र समुद्र के अंदर था।
5. फिर हिली चीली में धरती : 27 फरवरी 2010 को चिली के बायो-बायो में आए इस भूकंप की तीव्रता 8.8 मापी गई थी। इससे चिली की करीब 80% आबादी प्रभावित हुई थी। इस भूकंप की वजह से चिली और उसके आसपास के पड़ोसी देशों में भी झटके महसूस किए गए थे।
6. भुज में मची थी तबाही : 26 जनवरी 2001 को गुजरात के भुज में आए इस भूकंप की तीव्रता 7.7 थी। इसने गुजरात में भयंकर तबाही मचाई थी। कच्छ और भुज में 30 हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे। डेढ़ लाख से ज्यादा लोग घायल हुए थे। भूकंप के चलते पूरे गुजरात में 4 लाख से ज्यादा घर ढह गए थे।
7. क्वेटा में भयंकर तबाही : 8 अक्टूबर 2005 को पाकिस्तान के क्वेटा शहर में आए इस भूकंप की तीव्रता 7.6 थी। इसके कारण 75 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। 1 लाख लोग घायल हो गए थे। भूकंप से करीब 3 लाख मकान जमींदोज हो गए थे।
8. हैती का भूकंप : हैती में 12 जनवरी 2010 को भूंकप तबाही लेकर आया। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7 मापी गई थी। इस भूकंप में सबसे ज्यादा तबाही राजधानी पोर्ट ऑफ प्रिंस में हुई थी। भूकंप के बाद भी 50 से ज्यादा झटके महसूस किए गए थे। भूकंप में एक लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी।
9. बदल गया अलास्का का नक्शा : अमेरिका के अलास्का में 27 मार्च 1964 को आए भूकंप की तीव्रता 9.3 थी। अलास्का में समय करीब 4 मिनट तक धरती हिली थी। इससे अलास्का का नक्शा ही बदल गया था। भूकंप में हजारों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी।
10. सुमात्रा में जबर्दस्त तीव्रता वाला भूंकप : इंडोनेशिया के सुमात्रा में 11 अप्रैल 2012 को आए भूकंप की तीव्रता 8.6 थी। भूकंप का केंद्र जमीन से काफी नीचे होने से तबाही वैसी नहीं हुई जिसकी आशंका जताई जा रही थी। Edited By : Sudhir Sharma