6 जुलाई - आज है प्रख्यात उद्यमी धीरूभाई अम्बानी की पुण्यतिथि, जानिए उनके 10 प्रेरक विचार
धीरूभाई अम्बानी एक ऐसा नाम है जिसे भारत का हर उद्यमी जानता है। वह महान प्रेरणा स्त्रोत हैं। एक ऐसा व्यक्ति जिसने कभी 100 रूपए का नोट न देखा हो और एक समय पेट्रोल पंप पर काम करता हो, अपनी जीवन को सफल बनाने की तीव्र इच्छा, बुद्धि और समर्पण से करोड़ों की संपत्ति का मालिक बन सकता है। और साथ में हजारों लोगों को रोजगार भी देता है। यह भारत के आदर्श व्यक्तित्वों में से एक धीरूभाई ही तो हो सकते हैं। हिंदी सिनेमा की फिल्म 'गुरु' को धीरूभाई अम्बानी की जिंदगी पर ही आधारित माना जाता है।
आइए जानते हैं धीरूभाई अम्बानी के 10 प्रेरक विचार
1 हमारे सपने बड़े होने चाहिए, महत्वाकांक्षा अधिक होनी चाहिए, विचारों में गहराई और प्रयासों में महानता होनी चाहिए।
2 अगर आप अपने सपनों का निर्माण नहीं करोगे तो कोई और आपको अपने सपनों का निर्माण करने में प्रयोग करेगा।
3 मेरा मानना है कि पैसों से सबकुछ नहीं किया जा सकता, यह मेरा हर जगह का अनुभव है।
4 हम में से हर किसी के पास समान अवसर होते हैं और यह बात सभी के लिए सच है।
5 यदि आपको अपने चुने हुए मार्ग पर विश्वास है, इस पर चलने का साहस है और मार्ग की हर कठिनाई को जीतने की शक्ति है, तो आपका सफल होना निश्चित है।
6 फायदा कमाने के लिए किसी निमंत्रण की आवश्यकता नहीं होती।
7 एक लक्ष्य हमारी पहुंच के अंदर ही होता है, कई हवा में नहीं होता। इसलिए इसे प्राप्त किया जा सकता है।
8 मैं युवा उद्यमियों को सलाह देता हूं कि वह लोग विषमताओं में पराजय को स्वीकार ना करें, उन चुनौतियों का सामना करें।
9 युवाओं को एक अच्छा वातावरण प्रदान करने और उन्हें प्रेरित करने की आवश्यकता है। उन्हें सहयोग प्रदान कीजिए क्योंकि प्रत्येक युवा अपार ऊर्जा का स्त्रोत है।
10 समय सीमा पर कार्य कर लेना पर्याप्त नहीं है, मैं समय सीमा के पहले कार्य समाप्त करने की अपेक्षा करता हूं।