प्रभात के उनके बहुआयामी व्यायाम/ प्राणायाम,
साधना, संयम, नियमितता, ऊर्जा, जोश।
बन रहे हैं प्रशंसकों/ युवाओं के लिए फिटनेस आदर्श,
ऊर्जाहीन आलोचकों के खो रहे हैं होश।।1।।
इस उनींदे राष्ट्र के लिए कर्मठता के वे स्वयं प्रतिमान,
हर अलसाई आंख में पैदा कर रहे सिहरन।
एक रोल मॉडल को करते देख निस्पृह साधना,
'उतिष्ठ, जाग्रत' होने का करने लगे न किसका मन।।2।।
युगांतरकारी हस्तियां यों ही देती हैं सूत्र,
जिनसे करवट लेते हैं राष्ट्रों के इतिहास।
बदलती हैं जीवनशैलियां, दूरगामी परिणाम लिए,
ऊर्जाएं सघन होती हैं हर संकल्प के आस-पास।।3।।