पहाड़ी नमक के फायदे:
1. पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है : हरा लहसुन, पुदीना, जीरा और अजवाइन जैसे मसाले पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। ये पेट में गैस, अपच और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाते हैं।
2. इम्युनिटी बूस्ट करता है : हरा धनिया, हरी मिर्च और काला नमक इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं। ये शरीर को बीमारियों से लड़ने की ताकत देते हैं।
3. रक्तचाप को नियंत्रित करता है : काला नमक रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है।
4. वजन कम करने में सहायक : जीरा और अजवाइन वजन कम करने में सहायक होते हैं। ये पाचन क्रिया को बेहतर बनाते हैं और शरीर में चर्बी जमा होने से रोकते हैं।
5. शरीर को एनर्जी देता है : हरा लहसुन, पुदीना और हरा धनिया शरीर को एनर्जी देते हैं और थकान दूर करते हैं।
6. स्वाद में चार चांद लगाता है : पहाड़ी नमक का स्वाद बेहद अनोखा होता है। यह खाने को स्वादिष्ट बनाता है और भोजन को और भी ज़्यादा पौष्टिक बनाता है।
पहाड़ी नमक कैसे बनाया जाता है:
पहाड़ी नमक बनाने की विधि काफी सरल है। इसमें साधारण नमक में ऊपर बताई गई सभी जड़ी-बूटियाँ और मसाले मिलाए जाते हैं। फिर इस मिश्रण को अच्छी तरह से पीसकर एक महीन पाउडर बनाया जाता है। इस पाउडर को सूखी जगह पर रखकर सुखाया जाता है।
पहाड़ी नमक का इस्तेमाल:
पहाड़ी नमक का इस्तेमाल दाल, सब्ज़ी, चावल और अन्य खाद्य पदार्थों में किया जा सकता है। यह खाने को स्वादिष्ट बनाने के साथ-साथ सेहत भी देता है।
ध्यान रखने योग्य बातें:
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पहाड़ी नमक का इस्तेमाल कम मात्रा में करें।
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अगर आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है तो पहाड़ी नमक का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
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पहाड़ी नमक को ठंडी और सूखी जगह पर रखें।
पहाड़ी नमक एक ऐसा प्राकृतिक खजाना है जो स्वाद और सेहत दोनों ही देता है। यह एक अनोखा मिश्रण है जो पहाड़ों की खूबसूरती और प्राकृतिक उपचारों का संगम है।
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