कड़वा करेला सभी को पसंद नहीं होता है, लेकिन यह हरी सब्जियों के बीच आकर्षित करने वाला होता है। यह स्वाद में भले ही कड़वा लगता हो, लेकिन इससे होने वाले सेहत के फायदे जरूर मीठे होते हैं। यह खून लकवा रोग, साफ करने, मधुमेह में बेहद असरकारक माना जाता है। आइए यहां जानते हैं करेले की 3 लाजवाब डिशेज और 6 स्वास्थ्य को होने वाले फायदे के बारे में-
1. मजेदार क्रंची करेले
सामग्री : 2 कप पतले गोल स्लाइसेस में कटे हुए करेले, 1 कप पतली लंबी कटी प्याज, 2 चम्मच लाल मिर्च पाउडर, 2 चम्मच जीरा पाउडर, 1 चम्मच अमचूर पाउडर, 1 चम्मच सौंफ दरदरी पिसी हुई, तेल तलने के लिए, नमक व पिसी चीनी स्वादानुसार।
विधि : सबसे पहले करेले के स्लाइसेस 1 चम्मच नमक में मिलाकर 10-15 मिनट तक भिगोए रखें। फिर दोनों हाथों से दबाकर उसका पानी निकाल लें। तेल गरम करके उसमें प्याज लाल कुरकुरी होने तक तल लें। फिर करेले के स्लाइसेस भी कुरकुरे होने तक तल लें। तले हुए प्याज और करेले के गरम स्लाइसेस पर लाल मिर्च, जीरा और सौंफ पाउडर, अमचूर, नमक और पिसी चीनी डालकर अच्छी तरह से मिला दें। अब तैयार क्रंची करेले के ऊपर हरा धनिया बुरकाएं और खाने में स्वादिष्ट क्रंची करेले का आनंद उठाएं।
2. लाजवाब भरवां करेले
सामग्री : 200 ग्राम करेले, 100 ग्राम बेसन, 100 ग्राम प्याज, चुटकीभर हींग, जीरा, लाल मिर्च, सूखा हरा धनिया, हल्दी, नमक, चीनी, नींबू या सत, हरी मिर्च, तेल आवश्यकतानुसार।
विधि : करेले को धोकर ऊपर के छिलके साफ बर्तन में निकालें। एक भाग में चाकू से चीरा लगाकर बीज इत्यादि निकाल कर छिलके के साथ रखें तथा प्याज के टुकड़े को पीसकर एक ओर रख लें। करेले के अंदर के भाग में नमक भरकर 15 मिनट तक रखें व उन्हें धो लें।
अब मसाला तैयार करें। फ्रायपैन में 100 ग्राम तेल डालकर मसाला भून लें। बाद में एक कटोरी में पिसी लाल मिर्च, नमक, पिसा धनिया, चीनी, नींबू, हल्दी को मिला लें तथा भूने हुए मसाले में डाल दें एवं बेसन डाल दें तथा भून लें। करेले के छिलके व बीज इत्यादि इसमें डालकर भूनकर प्लेट में ठंडा कर लें।
अब करेले में मसाले भरें और सफेद धागा लपेट दें ताकि मसाला बाहर न निकले एवं पेन में तेल रखकर गरम करके उसमें भरे हुए करेले डालें तथा थोड़ी देर बाद उसे ढँक कर पका लें। ठंडा होने पर बँधा धागा अलग कर करेलों को हरे धनिए से सजाएँ व सर्व करें।
3. मूंगफली के करेले
सामग्री : 250 ग्राम करेले, आधा कटोरी दाने भुने और पिसे हुए, 1 चम्मच सौंफ, चुटकीभर हींग, 1 चम्मच लाल मिर्च पावडर, पाव चम्मच हल्दी, पाव चम्मच गरम मसाला, चुटकीभर साइट्रिक एसिड, नमक स्वादानुसार, तेल।
विधि : सबसे पहले ताजे करेले लेकर, छीलकर उसमें बीच में चीरा लगाकर उसमें नमक भर दें। अब एक कड़ाही में करेले डूब जाएं इतना पानी लेकर नमक लगे करेले उबाल लें। करेले अच्छी तरह उबल जाने पर चालनी में छान लें और ठंडे होने पर हाथ से अच्छी तरह निचोड़ लें ताकि उसका बचा अतिरिक्त पानी भी निकल जाए।
अब एक प्लेट में उपरोक्तानुसार सारी मसाला सामग्री डालकर मिक्स कर लें। अब करेले में तैयार मिश्रण भरकर उनको छोटे-छोटे पीसेस में काट लें। फिर एक कड़ाही में तेल गर्म करके राई-जीरे और सौंफ का छौंक लगाएं और मसाला भरे हुए करेले कड़ाही में डाल दें। पांच-सात मिनट तक उलट-पुलट करने के बाद बचा मसाला डालकर हिलाएं। 5 मिनट बाद आंच बंद कर दें। तैयार मूंगफली से बने टेस्टी करेले खुद भी खाएं औरों को भी खिलाएं।
जानिए करेले से होने वाले 6 सेहत फायदे
1 पेट में गैस बनने और अपच होने पर करेले के रस का सेवन करना अच्छा होता है, जिससे लंबे समय के लिए यह बीमारी दूर हो जाती है।
2 करेले का जूस पीने से लीवर मजबूत होता है और लीवर की सभी समस्याएं खत्म हो जाती है। प्रतिदिन इसके सेवन से एक सप्ताह में परिणाम प्राप्त होने लगते हैं। इससे पीलिया में भी लाभ मिलता है।
3 करेले में फास्फोरस पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। यह कफ, कब्ज और पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करता है। इसके सेवन से भोजन का पाचन ठीक तरह से होता है, और भूख भी खुलकर लगती है।
4 अस्थमा की शिकायत होने पर करेला बेहद फायदेमंद होता है। दमा रोग में करेले की बगैर मसाले की सब्जी खाने से लाभ मिलता है।
5 करेले की पत्तियों या फल को पानी में उबालकर इसका सेवन करने से, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, और किसी भी प्रकार का संक्रमण हो, ठीक हो जाता है।
6 उल्टी-दस्त या हैजा हो जाने पर करेले के रस में काला नमक मिलाकर पीने से तुरंत आराम मिलता है। जलोदर की समस्या होने पर भी दो चम्मच करेले का रस पानी में मिलाकर पीने से लाभ होता है।