हर साल विश्व मधुमेह जागृति दिवस (world diabetes awareness day 2023) 27 जून को मनाया जाता हैं। मधुमेह रोग अब देश, परिस्थिति और उम्र की संपूर्ण सीमाओं को लांघ चुका है। बता दें कि दिन-प्रतिदिन मधुमेह रोगियों के आंकड़ें में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, जो अब विश्व भर के लिए चिंता का विषय बन चुका है। अत: डायबिटीज रोग के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से ही हर साल 27 जून को 'मधुमेह जागृति दिवस' मनाया जाता है।
आइए यहां जानते हैं मधुमेह से बजने के 10 आसान उपाय-
1 गाजर पालक- मधुमेह रोगियों को गाजर-पालक का रस मिलाकर पीना चाहिए। इससे आंखों की कमजोरी दूर होती है।
2 खीरा- मधुमेह के मरीजों को भूख से थोड़ा कम तथा हल्का भोजन लेने की सलाह दी जाती है। ऐसे में बार-बार भूख महसूस होती है। इस स्थिति में खीरा खाकर भूख मिटाना चाहिए।
3 जामुन के बीज- जामुन खाने के पश्चात जामुन की गुठली एकत्रित कर लें। गुठली को सूखाकर का बारीक चूर्ण बनाकर रख लेना चाहिए। दिन में 2-3 बार, 3 ग्राम की मात्रा में पानी के साथ सेवन करने से मूत्र में शुगर की मात्रा कम होती है। इसके बीजों में जाम्बोलिन नामक तत्व पाया जाता है, जो स्टार्च को शर्करा में बदलने से रोकता है।
4 शलजम- मधुमेह के रोगी को शलजम के नियमित प्रयोग से भी रक्त में स्थित शर्करा की मात्रा कम होने लगती है। अतः शलजम की सब्जी, पराठे, सलाद आदि चीजें स्वाद बदल-बदलकर खा सकते हैं। इसके साथ ही तुरई, लौकी, परवल, पालक, पपीता आदि का प्रयोग ज्यादा करना चाहिए।
5 नीबू- मधुमेह रोगियों को पानी की प्यास अधिक लगती है। अतः बार-बार प्यास लगने की अवस्था में नीबू निचोड़ कर पीने से प्यास की अधिकता शांत होती है।
6 जवारे- गेहूं के पौधों में रोगनाशक गुण विद्यमान हैं। गेहूं के छोटे-छोटे पौधों का रस असाध्य बीमारियों को भी जड़ से मिटा डालता है। इसका रस मनुष्य के रक्त से चालीस फीसदी मेल खाता है। इसे ग्रीन ब्लड के नाम से पुकारा जाता है। जवारे का ताजा रस निकालकर आधा कप रोगी को तत्काल पिला दीजिए। रोज सुबह-शाम इसका सेवन आधा कप की मात्रा में करें।
7 करेला- करेले को मधुमेह की औषधि के रूप में प्राचीन काल से इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसका कड़वा रस शुगर की मात्रा कम करता है। मधुमेह के रोगी को इसका रस रोज पीना चाहिए। इससे आश्चर्यजनक लाभ मिलता है। नए शोध के अनुसार उबले करेले का पानी, मधुमेह को शीघ्र स्थाई रूप से समाप्त करने की क्षमता रखता है।
8 जामुन- जामुन मधुमेह के उपचार में एक पारंपरिक औषधि है। जामुन को मधुमेह के रोगी का ही फल कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होगी, क्योंकि इसकी गुठली, छाल, रस और गूदा सभी मधुमेह में बेहद फायदेमंद हैं। मौसम के अनुरूप जामुन का सेवन औषधि के रूप में खूब करना चाहिए।
9 मैथी- मधुमेह के उपचार के लिए मैथीदाने के प्रयोग का भी बहुत चर्चा है। दवा कंपनियां मैथी के पावडर को बाजार तक ले आई हैं। इससे पुराना मधुमेह भी ठीक हो जाता है। मैथीदानों का चूर्ण बनाकर रख लीजिए। नित्य प्रातः खाली पेट दो टी-स्पून चूर्ण पानी के साथ निगल लीजिए। कुछ दिनों में आप इसकी अद्भुत क्षमता देखकर चकित रह जाएंगे।
10 अन्य- नियमित रूप से 2 चम्मच नीम का रस, केले के पत्ते का रस 4 चम्मच सुबह-शाम लेना चाहिए। आंवले का रस 4 चम्मच, गुडमार की पत्ती का काढ़ा सुबह-शाम लेना भी मधुमेह नियंत्रण के लिए रामबाण उपचार है।
उपरोक्त के अलावा मधुमेह रोगियों को नियमित रूप से शारीरिक कसरत, संयमित भोजन तथा तेज चाल के साथ वॉक करना चाहिए, आप आसानी से मधुमेह की जंग जीत लेंगे।
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