क्या हर रोज 10,000 steps चलना जरूरी है?
क्या आपको पता है कि आपके कदम आपकी सेहत को दर्शाते हैं? आप किस तरह चल रहे हैं और कितना चल रहे हैं ये सब आपकी हेल्थ को दर्शाता है। अगर आप कुछ कदम चलने पर थकने लगते हैं या आपकी सांस फूलने लगती है तो आपको एक्सरसाइज की ज़रूरत है। साथ ही दिल के मरीज़ भी कुछ कदम चलने के बाद काफी थकने लगते हैं। आज के समय में हेल्थ को लेकर अधिकतर लोग जागरूक हो गए हैं। इस फिटनेस के ट्रेंड में फिटनेस ट्रैकिंग डिवाइस भी काफी लोकप्रिय है। अक्सर ये फिटनेस डिवाइस हमे रोज़ 10,000 कदम चलने का रिकामेंड करती है। इसके कारण कई लोगों का मानना है कि 10,000 कदम चलना हमारे लिए ज़रूरी है।
दरअसल यह 10,000 कदम का ट्रेंड जापान में 1960 के समय काफी प्रचलित हुआ था। एक घडी बनाने वाले ने 1964 में हुए टोक्यो ओलिंपिक के समय पैडोमीटर का निर्माण किया था। इस डिवाइस का नाम जापानीज़ में रखा गया जिसका अनुवाद '10,000-steps meters था। पर आज के समय का साइंस 10,000 कदम चलने के लिए सजेस्ट नहीं करता है। कई लोगों की सेहत के लिए ये हानिकारक भी हो सकता है।
एक स्टडी में ये पाया गया कि हर रोज़ 2000 कदम चलने से आप premature death का खतरा 8-11% तक कम कर सकते हैं। साथ ही अधिक चलने से आप कैंसर या हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा भी कम कर सकते हैं। दूसरी और 10,000 कदम चलना किसी भी स्टडी में ज़रूरी नहीं बताया गया है।
क्या हैं पैदल चलने के फायदे
1. पैदल चलने से आपके शरीर का वज़न कम होता है और साथ ही आपका वज़न नियमित रहता है।
2. रोज़ चलने से कैंसर, हार्ट अटैक, स्ट्रोक, ब्लड प्रेशर जैसी समस्या से राहत मिलती है।
3. चलने से आपकी हड्डियां मज़बूत होती हैं और आपके शरीर का संतुलन बनता है।
4. रोज़ चलना आपकी मेंटल हेल्थ के लिए भी सेहतमंद है।
5. साथ ही रोज़ चलने से आपका इम्यून सिस्टम भी बेहतर होता है।