क्या होता है dopamine detox? क्या आप अपनी आदतों को सुधार सकते हैं?
आज के समय में सोशल मीडिया, गेमिंग, शौपिंग जैसी एक्टिविटी से लोग बहुत एडिक्टिव हैं क्योंकि इन एक्टिविटी को करने के बाद आपके दिमाग में हैप्पी हार्मोन रिलीज़ होते हैं। इन हार्मोन के रिलीज़ होने के कारण आपको बार-बार ये एक्टिविटी करने का मन करता है। इन हार्मोन में सबसे मुख्य डोपामाइन हार्मोन है जो आपको अच्छा महसूस करवाता है। पर आज के समय में लोग इस बात से सतर्क हो चुके हैं और अब dopamine detox का ट्रेंड चल रहा है। चलिए जानते हैं कि क्या है dopamine detox...
Dopamine Detox क्या होता है?
जैसे की आप अपनी बॉडी को detox करने के लिए व्रत रखते हैं वैसे ही आपके दिमाग को detox करने के लिए डोपामाइन से व्रत रखा जाता है। इसका मतलब है कि आप ऐसी कोई भी एडिक्टिव एक्टिविटी न करें जिससे आपका डोपामाइन रिलीज़ हो। इसकी मदद से आप अपनी आदतों को सुधार सकते हैं या अपने लाइफस्टाइल को बदल सकते हैं।
इन एक्टिविटी में मीठा न खाना, शौपिंग, गेमिंग, सोशल मीडिया, ड्रग्स या स्ट्रीट फूड न खाने जैसी चीज़ें शामिल हैं। इन सभी एक्टिविटी के कारण आपको अच्छा लगता है लेकिन आपकी हेल्थ, लाइफस्टाइल और फाइनेंस पर प्रभाव पड़ता है।
हालांकि dopamine detox कोई साइंटिफिक रिसर्च नहीं है ये टर्म केवल इंटरनेट पर ही प्रचलित है। dopamine detox की मदद से आप सिर्फ अपनी आदतों को सुधार सकते हैं लेकिन दिमाग में बनने वाले केमिकल या हार्मोन डोपामाइन को रोक नहीं सकते हैं। पर इसकी मदद से आप अपनी खुशी के लिए किसी आदत पर निर्भर नहीं होंगे।
कैसे काम करता है dopamine detox?
डोपामाइन डिटॉक्स के दौरान, एक व्यक्ति एक निर्धारित अवधि के लिए डोपामाइन ट्रिगर से बचता है वो एक घंटे से लेकर कई दिनों तक हो सकता है। उद्धरण के रूप में अगर आपको मीठा खाना अच्छा लगता है और आपको इससे खुशी मिलती है तो dopamine detox के ज़रिए आप पुरे 1 दिन या कई दिनों तक मीठा खाना छोड़ देंगे।
ऐसा करने से आपको किसी भी चीज़ का एडिक्शन कम होगा और आप उस आदत को कंट्रोल कर सकते हैं।
रिसर्च के अनुसार हमारे दिमाग में नैचुरली दोपमिनें प्रोड्यूस होता है तो इसको रोकना असंभव है। साथ ही ये आपके लिए ज़रूरी भी है इसलिए आप इसे पूरी तरह से नहीं रोक सकते। उद्धरण के लिए अगर आपने मीठा खाना बंद किया है तो आप किसी और चीज़ को खाना शुरू करेंगे या शुगर फ्री खाने को प्राथमिकता देंगे।
लेकिन आप पूरी तरह से उस चीज़ पर कंट्रोल नहीं कर सकते हैं। साथ ही डोपामाइन आपके शरीर के लिए ज़रूरी है इसलिए इस पर पूरी तरह से कंट्रोल करने से आपके दिमाग पर प्रभाव पड़ेगा।