Sukhi khansi ke gharelu upay: बार बार ठंठा खाने या आईसक्रीम खाने से छाती में कफ जम जाना है। ठंड के दिनों में अक्सर यह होता है। इसी के साथ ही अस्थमा, सर्दी, एलर्जी, धुआं, प्रदूषक, रसायन, एसिड या गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स, स्लीप एपनिया, दवाएं, शुष्क हवा, क्रोनिक ब्रोंकाइटिस, सीओपीडी आदि सूखी खांसी होने के प्रमुख कारण हैं। डॉक्टर की सलाह से आप यह घरेलू उपचार आजमा सकते हैं। लगातार या बिगड़ती सूखी खांसी के लिए तत्काल चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए।
अदरक, हल्दी, गर्म पानी, शहद, लोंग, कालीमिर्च, मूलेठी, काला नमक, गर्म पानी, छाती की सिंकाई, नमक के गरारे, नींबू और गुड़ के सेवन से सूखी खांसी में राहत मिलती है।
हल्दी और गुड़ : एक डली गुड़ को हल्दी में मिलाकर सुबह शाम इसका सेवन करने से बलगम फट जाएगा और सांस लेने में सहूलियत होगी। खांसी में राहत मिलेगी।
गर्म पानी : लगातार गर्म पानी का ही सेवन करते रहने से कफ गल जाता है और इससे संक्रमण भी दूर होता है। जब भी पिएं गर्म या गुनगुना पानी ही पिएं।
शहद : एक चम्मच शहद में थोड़ी सी अदरक, कालीमिर्च और नींबू मिलाकर उसका दिन में 2 बार और रात में एक बार सेवन करेंगे तो खांसी में राहत मिलेगी। आप चाहें तो इसकी चाय बनाकर भी इसका उपयोग कर सकते हैं।
भाप लेना : सिर पर तौलिया रखकर गर्म पानी की कटोरी से भाप लेने से भी कफ गल जाता है और तब बलगम बाहर आ जाता है।
नमक के गर्म पानी के गरारे : गर्म पानी में नमक मिलाकर उसके गरारे करने से गले की सूजन और सूखी खांसी में राहत मिलती है।
हल्दी वाला दूध : रात को सोते समय रोज हल्दी मिला दूध का सेवन करें। इसमें चाहे तो थोड़ा सा शहद मिला लें लेकिन ध्यान रखें कि शक्कर न मिलाएं।
मूलेठी की चाय : मुलेठी की जड़ की चाय, जिसे गर्म पानी में मुलेठी की जड़ को डुबाकर बनाया जाता है, गले को ढक सकती है और खांसी से राहत दिला सकती है।