गर्मियों में तांबे के बर्तनों का इस्तेमाल क्यों करें सावधानी?
2. ऑक्सीकरण : गर्मियों में तांबे के बर्तनों में ऑक्सीकरण की प्रक्रिया तेज़ हो जाती है। इससे बर्तनों पर एक हरी परत जम जाती है, जिसे 'वर्दिग्रीस' कहते हैं। यह परत स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है और इसका सेवन करने से उल्टी, दस्त और पेट दर्द हो सकता है।
3. अतिरिक्त तांबे का सेवन : तांबे के बर्तनों में खाना पकाने से, भोजन में तांबे की मात्रा बढ़ सकती है। हालांकि तांबा शरीर के लिए ज़रूरी है, लेकिन इसकी ज़्यादा मात्रा भी हानिकारक हो सकती है। इससे मतली, उल्टी, दस्त, सिरदर्द और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
गर्मियों में तांबे के बर्तनों का इस्तेमाल कैसे करें?
1. ठंडा पानी इस्तेमाल करें : तांबे के बर्तनों में खाना पकाने से पहले, उन्हें ठंडे पानी से धो लें। इससे तांबे का तापमान कम होगा और खाना ज़्यादा गरम नहीं होगा।
2. अच्छी तरह से साफ करें : खाना बनाने के बाद, तांबे के बर्तनों को अच्छी तरह से साफ करें और उन पर जमी हुई हरी परत को हटा दें। इसके लिए आप नींबू या सिरके का इस्तेमाल कर सकते हैं।
3. धूप में न रखें : तांबे के बर्तनों को धूप में न रखें। धूप से तांबा गरम हो जाता है और ऑक्सीकरण की प्रक्रिया तेज़ हो जाती है।
4. कम मात्रा में इस्तेमाल करें : गर्मियों में तांबे के बर्तनों का इस्तेमाल कम मात्रा में करें। आप अन्य बर्तनों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
गर्मियों में तांबे के बर्तनों का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतना ज़रूरी है। इनके लाभों का आनंद लेते हुए, अपनी सेहत का भी ध्यान रखें।
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