बापू सेहत के लिए तू तो हानिकारक है...
- हरीश चौकसी
अपने जन्मदिन के मौके पर गुजरात कांग्रेस के दिग्गज नेता शंकर सिंह वाघेला ने कांग्रेस से नाता तोड़ लिया था और इसके बाद भाजपा की बी टीम बनकर जन विकल्प के नाम से नई पार्टी बना ली।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के भरोसे बापू ने यह खेल अच्छी तरह खेला, लेकिन इस खेल में बापू खुद ही उलझ गए हैं। अब उनके पास न तो बड़ी संख्या में कार्यकर्ता हैं और न ही खजाना है। अब गुजरात में इसी तरह की चर्चाए हैं चल रही हैं कि अब बापू क्या करेंगे? कांग्रेस की हालत खराब करने निकले खुद वाघेला की ही हालत खराब हो गई।
जन विकल्प के तहत गुजरात की 182 सीट पर अपने उम्मीदवार खड़े करके चुनाव लड़ने की बात कहने वाले बापू बुरी तरह फंस गए हैं। हालांकि बापू को वास्तविकता समझ में आ गई है, लेकिन किंग मेकर बनने का सपना अभी उनसे नहीं छूट पा रहा है।
वाघेला के पास अब एक नई रणनीति है, जिसके तहत वे अपने 15 उम्मीदवारों को ऐसी सीटों पर खड़ा करेंगे जहां भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवार बहुत कम मतों से जीते हों। इसके लिए वे 15 ऐसे उम्मीदवारों की तलाश में हैं, जो अपनी बूते जीत हासिल कर सकें।
अब असली अंदाज में आए बापू दोनों ही बड़ी पार्टियों का खेल बिगाड़ने की योजना बना रहे हैं। भाजपा और कांग्रेस पार्टी भी इस बात को भलीभांति समझ रही हैं। 1998 में वाघेला इसी तरह 4 सीटें जीते थे। अब यह तो वक्त ही बताएगा कि बापू किसकी सेहत के लिए हानिकारक साबित होते हैं।