Central Reserve Police Force Day : केंद्रीय आरक्षी पुलिस बल दिवस क्यों मनाया जाता है?
230 बटालियन और अन्य प्रतिष्ठानों के साथ सीआरपीएफ भारत का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल माना जाता है। यह भारत सरकार के गृह मंत्रालय के तहत काम करता है। इसका प्रमुख काम राज्य/संघ शासित प्रदेशों सहायता करना, कानून व्यवस्था में सहायता करना, आतंकवाद पर लगाम लगाना है। ये क्राउन प्रतिनिधि पुलिस के रूप में 27 जुलाई 1939 को अस्तित्व में आया था। आजादी के बाद 28 दिसंबर 1949 को सीआरपीएफ अधिनियम के लागू होने पर उसका नाम केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल रख दिया गया। इसलिए हर साल 28 दिसंबर को केंद्रीय आरक्षी पुलिस दिवस मनाया जाता है। आइए जानते हैं इस दिवस के बारे में रोचक तथ्य -
- केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने 27 जुलाई 2021 को अपना 83 वां स्थापना दिवस मनाया। सीआरपीएफ की स्थापना दिवस 27 जुलाई, 1939 को क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस के रूप में की गई थी।
- सीआरपीएफ की स्थापना आंतरिक परिदृश्य को सुरक्षित रखने के लिए की गई।
- इस बटालियन का गठन मप्र के नीमच शहर में ब्रिटिश के अधीन क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस के रूप में किया गया था।
- प्रत्येक वर्ष 27 जुलाई को स्थापना दिवस मनाया जाता है। इस बल की दूसरी बटालियन आजादी के बाद तुरंत बनी थी। और तीसरी बटालियन 1956 में बनी थी।