ज्योतिरादित्य सिंधिया दूसरी बार बने मंत्री, मोदी सरकार 3.0 की कैबिनेट में ली शपथ
Jyotiraditya Scindia Biography in hindi : ग्वालियर के सिंधिया राजघराने से आने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया 18 साल बाद कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में आज दूसरी बार शपथ ली है। इसके पहले वे उड्डयन मंत्री के रूप में रह चुके हैं। सिंधिया ने 2024 में गुना लोकसभा सीट से जीत हासिल की।
ग्वालियर के सिंधिया राजघराने से आने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया 18 साल बाद कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए। कांग्रेस के 22 विधायक भी उनके साथ गए और मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार गिर गई। ज्योतिरादित्य के पिता माधवराव सिंधिया भारत के पूर्व राजनीतिज्ञ व कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओ में से एक थे।
वर्ष 2001 में उनके पिता माधवराव सिंधिया की एक हवाई दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। उनकी माता का नाम माधवी राजे है। उन्होंने प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया से शादी की है। ज्योतिरादित्य की दादी राजमाता विजया राजे सिंधिया भाजपा के संस्थापकों में थीं।
राजनीतिक करियर : पिता की मृत्यु के बाद ज्योतिरादित्य ने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ली और गुना से 2002 में लोकसभा संसद चुने गए। 2002 से 2019 तक कुल 4 बार लोकसभा सांसद रहे।
2008 में संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के राज्यमंत्री बने। 2009 में ज्योतिरादित्य केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री बने। 2012 में वे केंद्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री बने। 2019 में ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना सीट से भाजपा के कृष्णपाल सिंह यादव से हार गए।
भाजपा में शामिल होने के बाद ज्योतिरादित्य ने राज्यसभा से संसद की इंट्री ली। मोदी सरकार में ज्योतिरादित्य को सिविल एविएशन मिनिस्टर बनाया गया।
जन्म और शिक्षा : सिंधिया का जन्म 1 जनवरी 1971 को मुंबई में हुआ था। सिंधिया की शिक्षा कैंपियन स्कूल, मुंबई और दून स्कूल, देहरादून में हुई। सिंधिया ने सेंट स्टीफंस कॉलेज, दिल्ली में अपना नामांकन कराया, लेकिन कोर्स पूरा नहीं किया।
उन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय के लिबरल आर्ट्स कॉलेज से 1993 में अर्थशास्त्र में बीए की डिग्री के साथ स्नातक किया। 2001 में उन्होंने स्टैनफोर्ड ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस से मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन किया।