दिनेश कार्तिक लगातार हो रहे हैं फेल, क्या ऋषभ पंत मैच भी खेलेंगे या पानी ही पिलाते रहेंगे?
आईपीएल में कुछ अच्छी इनिंग क्या खेल ली कि दिनेश कार्तिक को फिनिशर कहा जाने लगा। तारीफ होने लगी और वर्ल्डकप खेलने जाने वाली टीम इंडिया में उनका सिलेक्शन हो गया। ऋषभ पंत को भी टीम में स्थान मिला, लेकिन मौका दिनेश कार्तिक को मिला। यहां तक भी ठीक था, लेकिन फिनिशर कहे जाने वाले दिनेश कार्तिक के बल्ले से रनों का झरना सूख गया, गेंद को ठीक से बल्ले पर नहीं ले पाने की नौबत आ गई, कैच छूटने लगे, स्टम्प्स पर गेंद नहीं लगने लगी तब तो उन्हें बाहर कर ऋषभ पंत को मौका दिया जाना था। क्या ऋषभ पंत को ऑस्ट्रेलिया पानी पिलाने के लिए लेकर गए हैं? कब तक वे बेंच गर्म करते रहेंगे?
अब तक जितने भी मैच दिनेश कार्तिक ने खेले हैं उससे जाहिर हो गया है कि वे चूक रहे हैं। जिस तरह से वे बल्लेबाजी करते समय गेंदबाजों का सामना कर रहे हैं उसी से दिख जाता है कि फॉर्म उनका साथ छोड़ चुका है। कीपिंग में भी वो फुर्ती नहीं है जिसके लिए वे जाने जाते हैं। ऐसे में उन्हें लगातार खिलाने का क्या तुक है? अगले मैचों में तो पंत को मौका मिलना ही चाहिए।
माना कि पंत की विकेटकीपिंग में कुछ कमी है। सफेद बॉल में वो इतना अच्छा नहीं कर पाए हैं, जितना कि रेड बॉल में किया है। लेकिन जब केएल राहुल, रोहित शर्मा को लगातार अवसर मिल सकते हैं तो पंत को क्यों नहीं? वे युवा हैं। कई अच्छी इनिंग खेल चुके हैं और इस समय बल्लेबाजी में तो कार्तिक से बेहतर ही हैं। इससे भारतीय टीम की बल्लेबाजी की गहराई बढ़ जाएगी। वे निचले क्रम या स्लॉग ओवर्स में आकर धुआंधार बल्लेबाजी कर सकते हैं। वैसे भी ऑस्ट्रेलिया में उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है।
जरूरत है प्रदर्शन को टीम में चयन का पैमाना बनाया जाए। जो अच्छा नहीं कर रहा है उसके बजाय दूसरे खिलाड़ी को अवसर दिया जाए। टीम इंडिया अब सेमीफाइनल की दहलीज पर है। टीम ने पाकिस्तान और बंगलादेश को हराया जरूर है, लेकिन लड़खड़ाते हुए। साउथ अफ्रीका के खिलाफ हार ने भी कमजोरियों उजागर कर दी। पंत से बल्लेबाजी मजबूत होगी ये थिंक टैंक को सोचना होगा।