COVID-19 : त्योहारों में इन 5 राज्यों में बढ़े Corona संक्रमण के मामले
नई दिल्ली। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि त्योहारों के मौसम में केरल, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, कर्नाटक और दिल्ली में कोरोनावायरस (Coronavirus) के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है।
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मास्क पहनना, नियमित हाथ धोना और आपस में दूरी बनाकर रखना महत्वपूर्ण है। हमने पाया है कि त्योहारों के मौसम में केरल, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, कर्नाटक और दिल्ली में संक्रमण के मामले बढ़ गए हैं और इसलिए इन नियमों का पालन करना और अधिक महत्वपूर्ण है।
अधिकारी ने कहा कि पिछले 24 घंटे में देश में कोविड-19 से मृत्यु के 58 प्रतिशत मामले महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक से आए हैं। उन्होंने कहा कि इस अवधि में आए कोरोनावायरस संक्रमण के नए मामलों में 49.4 प्रतिशत केरल (4,287), पश्चिम बंगाल (4,121), महाराष्ट्र (3,645), कर्नाटक (3,130) और दिल्ली (2,832) से थे।
भूषण ने कहा कि हम इन राज्यों के साथ संपर्क में हैं। हमने इन राज्यों में अपने दलों को भी भेजा है। कुछ दल लौट रहे हैं, वहीं कुछ अन्य अब भी राज्यों में हैं। उनकी रिपोर्ट जमा होने के बाद हम फिर से राज्यों से बात करेंगे और उन्हें बताएंगे कि अगर जरूरी हुए तो कोविड-19 से निपटने की रणनीति में क्या बदलाव लाए जाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमने एक दिन पहले ही केरल, पश्चिम बंगाल और दिल्ली से बात की है तथा इस सप्ताह महाराष्ट्र से बात करेंगे और रणनीति तैयार करेंगे। एक सवाल के जवाब में भूषण ने कहा कि अंतत: हमें केवल कुल आंकड़े नहीं देखने चाहिए, बल्कि यह भी देखना चाहिए कि पिछले 24, 48 और 72 घंटों में ये संख्या कैसे बदल रही है। इससे हमें महामारी से निपटने के लिए जरूरी रणनीति को दुरुस्त करने के संकेत मिलते हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में लगातार 3 दिन तक रोजाना कोरोनावायरस संक्रमण के मामलों की संख्या 4,000 से अधिक रहने के बाद कम हुई और पिछले 24 घंटे में केवल 2,800 मामले सामने आए। हालांकि उन्होंने कहा कि चिंता की बात यह है कि राजधानी में संक्रमण के दैनिक मामलों की दर 8.06 प्रतिशत और साप्ताहिक पुष्ट मामलों की दर 7 प्रतिशत है और इन दोनों चीजों को क्रमिक तरीके से देखना होगा।
भूषण ने बताया कि महाराष्ट्र, केरल और कर्नाटक में देश के कुल कोविड-19 के मामलों के 48.57 प्रतिशत मामले हैं, वहीं 10 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में देश के कुल मामलों के 78 प्रतिशत मामले हैं।(भाषा)