ऑनलाइन बांटी जाएंगी सिंगर जुबीन गर्ग की अस्थियां, अंतिम दर्शन करने लाखों फैंस पहुंचे गुवाहाटी
फेमस असमिया और बॉलीवुडी सिंगर जुबीन गर्ग के निधन से हर कोई शॉक्ड है। जुबीन के निधन के बाद से असम में शोक की लहर है। 23 सितंबर को राजकीय सम्मान के साथ जुबीन का गुवाहाटी में अंतिम संस्कार किया गया। सिंगर के अंतिम दर्शन करने के लिए लाखों फैंस एकत्रित हुए थे।
जुबीन गर्ग की लेगेसी को बचाने के लिए अंत्येष्टि से पहले उनके पांव के निशान लिए गए और उसका इम्प्रिंट बनाया गया। ये कदम जुबीन गर्ग के असम की संस्कृति पर गहरे प्रभाव और लोगों से उनके भावनात्मक जुड़ाव का प्रतीक माना जा राह है।
वहीं अब असम राज्य सरकार ने जुबीन गर्ग की अस्थियों को लेकर बढ़ा फैसला लिया है। सिंगर की अस्थियां ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया के माध्यम से संगठनों और व्यक्तियों को दी जाएंगी। राज्य के शिक्षा मंत्री रनोज पेगू ने यह जानकारी दी है। इसके लिए एक विशेष पोर्टल बनाया जाएगा, जिसकी देखरेख असम का सांस्कृतिक विभाग करेगा।
रनोज पेगू ने कहा, गुवाहाटी के बाहरी इलाके कमरकुची में उस क्षेत्र को सुरक्षित करने का काम शुरू हो गया है, जहां जुबीन गर्ग का अंतिम संस्कार हुआ था। जबकि स्मारक परिसर के लिए सीमांकन और चारदीवारी का काम जल्द ही शुरू होगा।
उन्होंने कहा, असम सरकार एक आसान पोर्टल शुरू करेगी, जहां से संगठन और संस्थाएं जुबीन गर्ग की अस्थियां पाने के लिए आवेदन कर सकेंगी। अगर संगठनों को अस्थियां देने के बाद कुछ बचती हैं और व्यक्तिगत आवेदन भी आते हैं, तो उन पर भी विचार किया जाएगा।
पेगू ने कहा कि मुख्यमंत्री हिमंत विस्वा शर्मा की घोषणा के मुताबिक अस्थियों का एक हिस्सा जोरहाट ले जाया जाएगा। यही वह जगह है, जहां जुबीन गर्ग ने अपने जीवन के शुरुआती साल बिताए थे। यहां उनकी याद में एक स्मारक भी बनाया जाएगा और मृत्यु के तेरहवें दिन के अनुष्ठान वहीं पूरे किए जाएंगे।
बता दें कि 52 वर्षीय जुबीन गर्ग का 19 सितंबर को सिंगापुर में समुद्र में डूबने से निधन हो गया था। उनका अंतिम संस्कार कमरकुची में पूरे राजकीय सम्मान के साथ हुआ। जुबीन 'या अली' और दिल तू ही बता जैसे पॉपुलर गानों के लिए जाने जाते हैं।