फिल्म 'शोले' में सचिन पिलगांवकर ने एक्टिंग के साथ-साथ किया था यह काम
हिन्दी सिनेमा की सबसे सफल फिल्मों में से एक 'शोले' के हर किरदार को आज भी याद किया जाता है। रमेश सिप्पी के निर्देशन में बनी इस फिल्म में अहमद का किरदार निभाने वाले सचिन पिलगांवकर ने 45 साल बाद खुलासा किया कि उन्होंने फिल्म में सिर्फ एक्टिंग ही नहीं, बल्कि एक और अहम भूमिका निभाई थी।
दरअसल, हाल ही में सचिन अपनी वाइफ सुप्रिया के साथ रियलिटी शो 'इंडियाज बेस्ट डांसर' के मंच पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने शोले फिल्म की शूटिंग के किस्से शेयर किए हैं। सचिन ने बताया कि, शूटिंग के दौरान मैं डायरेक्टर रमेश सिप्पी की कुर्सी के पीछे बैठा करता था।
सचिन ने कहा, 'मैं देखता था कि वह हर शॉट किस तरह से लेते है और उसे किस तरह से एडिट करते हैं। एक दिन रमेश सर ने मुझसे कहा कि क्या मैं एडिटिंग करना चाहूंगा। दरअसल मैंने उन्हें बताया था कि मैंने ऋषिकेश सर से इसकी ट्रेनिंग ली है।
सचिन ने बताया कि, रमेश सर को फिल्म के लिए दो लोगों की जरूरत थी, जो उनकी गैर हाजिरी में ये काम संभाल सके। उन्होंने मुझे कह कि मैं दो लोगों में से एक बनूं, जिस पर वह एक्शन सीक्वेंस के दौरान भरोसा करें। मैंने उनसे कहा कि मैं अभी केवल 17 साल का हूं और क्या मैं इतनी बड़ी जिम्मेदारी संभाल सकता हूं। इस पर रमेश सिप्पी ने कहा कि उम्र मायने नहीं रखती है। वह इसी बात पर भरोसा करते हैं।
सचिन ने बताया कि एडिटिंग के काम में उनकी मदद गब्बर यानी अमजद खान ने की थी। अमजद खान को पढ़ाई के दौरान ही डायरेक्शन, एक्शन में कई अवॉर्ड्स जीते थे। वह मुझे मंजू भाई कहकर पुकारा करते थे। उन्होंने कहा कि फिल्म का एक सीन था जहां पर संजीव कुमार ट्रेन में धर्मेंद्र और अमिताभ बच्चन के हाथों में हथकड़ी लगाए ले जा रहे थे। ये हिस्सा केवल रमेश सर ने शूट किया था। इसके बाद पूरा एक्शन सीन मैंने और अमजद खान ने पूरा किया था।