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Last Modified: गुरुवार, 4 जुलाई 2024 (14:57 IST)

जाने तू या जाने ना की रिलीज को 16 साल पूरे, ये 6 बातें फिल्म को बनाती है मस्ट वॉच

imran khan genelia dsouza film jaane tu ya jaane na completes 16 years of release - imran khan genelia dsouza film jaane tu ya jaane na completes 16 years of release
film Jaane Tu Ya Jaane Na: इमरान खान और जेनेलिया डिसूजा देशमुख की फिल्म 'जाने तू या जाने ना' की रिलीज को 16 साल पूरे हो गए हैं। फिल्म में दोनों की केमिस्ट्री ने फैंस का दिल जीत लिया था। इस फिल्म से आमिर खान के भांजे इमरान खान ने इंडस्ट्री में कदम रखा था। 
 
आमिर खान प्रोडक्शंस की 'जाने तू या जाने ना' की 16वीं एनिवर्सरी पर उसे दोबारा देखना एक मजेदार चॉइस है। चलिए डालते हैं, फिल्म को मस्ट वॉच बनाने वाली फिल्म से जुड़ी 6 बातों पर एक नजर...
 
आइकॉनिक स्टोरी टेलिंग
यह फिल्म मॉडर्न रिलेशनशिप की उलझनों को बहुत ही खूबसूरती से दर्शाती है, साथ ही दोस्ती से रोमांस तक के सफर को ह्यूमर के साथ-साथ खास पलों के साथ पेश करती है।
 
यादगार म्यूजिक
ए.आर. रहमान के शानदार कंपोजिशन के साथ, जाने तू या जाने ना का साउंडट्रैक गहरा प्रभाव छोड़ता है, जिसमें कभी कभी अदिति और पप्पू कान्ट डांस जैसे गानों से पुरानी यादें ताज़ा हो जाती हैं।
 
इमरान-जेनेलिया की केमिस्ट्री
इमरान खान का डेब्यू एक चार्मिंग यंग लड़के के रूप में, स्क्रीन पर जेनेलिया डिसूजा की एनर्जेटिक एक्टिंग के साथ, एक खूबसूरत केमिस्ट्री बनाती है। बढ़ती दोस्ती और अनजाने प्यार का उनका एहसास असल और आकर्षक लगता है।
 
दिल छू लेने वाली दोस्ती
फिल्म खूबसूरती से दिखाती है कि करीबी दोस्तों के ग्रुप में विश्वास कैसे काम करता है। हर एक किरदार का एक अनोखा व्यक्तित्व है, जो असल जीवन की दोस्ती और जीवन के उतार-चढ़ाव के दौरान एक-दूसरे को दिए जाने वाले सपोर्ट को दर्शाता है।
 
रूढ़िवादिता को तोड़ना
जाने तू या जाने ना इंडियन सिनेमा में आम रूढ़ियों को चुनौती देती है। यह इमरान खान के शांत किरदार और जेनेलिया के आजाद व्यक्तित्व को दिखाते हुए आदमी-औरत की दोस्ती को देखने के हमारे नजरिए को बदल देती है, जो दोस्ती के आम विचारों को चुनौती देती है।
 
टाइमलेस अपील
कई साल के बाद भी, फिल्म में मौजूद ह्यूमर, रोमांस और रीयल इमोशंस का मेल दर्शकों को जोड़ता है, जिससे यह एक टाइमलेस क्लासिक फिल्म बन जाती है, जो दोबारा देखने लायक है।
 
जाने तू या जाने ना, एक फ्रेश कहानी और यादगार एक्टिंग का सही उदाहरण है, जो इंडियन सिनेमा में एक यादगार बन चुका है।
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