जौहर सीन के बाद दीपिका परेशान, रणवीर को जाना पड़ा मनोचिकित्सक के पास
संजय लीला भंसाली की आने वाली फिल्म 'पद्मावती' का दर्शकों को बेसब्री से इंतज़ार है। फिल्म की कहानी चित्तौड़ की रानी पद्मिनी के बारे में है, जब उन्होंने अलाउद्दीन खिलजी के द्वारा अपने पति की मौत के बाद बाकी महिलाओं के साथ मिलकर जौहर किया था। फिल्म में दीपिका पादुकोण रानी पद्मिनी, रणवीर सिंह अलाउद्दीन खिलजी और शाहिद कपूर महाराज रतन सिंह के रूप में नज़र आएंगे।
दीपिका के अनुसार इस भूमिका के लिए उन्हें कड़ी मेहनत करनी पड़ी। खासकर जौहर का सीन करते वक़्त। एक तो इस तरह का महान किरदार, फिर जौहर की प्रक्रिया। इसके बाद संजय लीला भंसाली के साथ काम करते वक़्त हर कोई परफेक्ट काम करना चाहता है। दीपिका ने भी अपने किरदार में खुद को ढालने की मेहनत की। जौहर का सीन शूट करने में काफी वक़्त लगा था और इसे बेहतरीन बनाने के लिए दीपिका और संजय दोनों ने ही कोई कसर नहीं छोड़ी। यह सीन करते समय वे काफी डिस्टर्ब थीं।
वहीं, अलाउद्दीन खिलजी का किरदार निभाने के लिए रणवीर ने भी अनोखा ही तरीका अपनाया। रणवीर अपने काम और डेडिकेशन को लेकर मशहूर हैं। रणवीर ने किरदार में उतरने के लिए काफी रिसर्च किए। उन्होंने खुद को अपने कमरे में लंबे समय तक बंद रखा और तैयारी की। एक साल तक फिल्म की शूटिंग चली। इसका असर इतना गहरा रहा कि फिल्म के बाद किरदार से बाहर निकलने में भी उन्हें काफी परेशानी आई। जिसके लिए अब उन्हें मनोचिकित्सक के पास जाना पड़ रहा है।