इतने दिन में शूट हुआ था अजय देवगन की 'भोला' का धमाकेदार बाइक-ट्रक चेज सीक्वेंस
बॉलीवुड एक्टर अजय देवगन की फिल्म 'भोला' का फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। फिल्म का धमाकेदार ट्रेलर देखने के बाद फैंस के बीच फिल्म को देखने की उत्सुकता और बढ़ गई है। यह कहना गलत नहीं होगा कि सुपरस्टार अभिनेता और निर्माता अजय देवगन ने अपनी फिल्म 'भोला' में तूफानी और धमाकेदार एक्शन सीक्वेंस से दर्शकों का अभी से ही दिल जीत लिया है। अजय की यह एक्शन ड्रामा फिल्म 30 मार्च को 3डी और आईमैक्स 3डी फॉर्मेट में सिनेमाघरों में रिलीज होगी।
अजय देवगन ने फिल्म में ड्रग लॉर्ड्स, गिरोहों, पुलिस और आम लोगों के साथ एक खतरनाक और जोखिम भरी दुनिया बनाई है और इस दुनिया में कुछ लूट को हड़पने के लिए लड़ रहे हैं तो कुछ लूटे हुए माल को बचाने के लिए लड़ रहे हैं। अजय देवगन को मास महाराजा भी कहा जाता है क्योंकि उनके बारे में कहा जाता है कि वो दर्शकों की नब्ज जानते हैं।
पिछले तीन दशकों से उन्होंने अपनी कई सारी फिल्मों में चौंकाने वाले एक्शन स्टंट किए हैं और उनकी पहली फिल्म फूल और कांटे में उनका दो बाइक पर खड़े होने वाला स्टंट कोई कैसे भूल सकता है। इस बार भी अजय देवगन ने फिल्म भोला के जरिए भारतीय सिनेमा के एक्शन को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है और इतना तय है कि इस हैरतअंगेज सीक्वेंस के लिए हर तरफ सीटियां और तालियां बजने वाली हैं।
जबकि फिल्म भोला नॉन- स्टॉप एक्शन से भरी हुई और एक गहरे भावनात्मक जुड़ाव की कहानी है जो कि फिल्म का मुख्य आकर्षण है। इसके अलावा एक लंबा बाइक-ट्रक चेज़ सीक्वेंस जिसे भारत और यूरोप के फाइटर्स, स्पेशलिस्ट और सुपरवाइजर की मदद से 11 दिनों में बड़ी मेहनत से शूट किया गया है। फिल्म के टीजर और ट्रेलर में दिखाए गए बाइक सीक्वेंस फिल्म के कुछ खतरनाक एक्शन सीक्वेंस में शामिल हैं। फिल्म के लीड एक्टर ने खुद कई सारे रोमांचक बाइक एक्शन सीक्वेंस को फिल्माया है जो कि काफी खतरनाक और भयानक हैं जिनकी नकल करना भी काफी कठिन होगा।
अजय कहते हैं, भोला फिल्म की सबसे खास बात फिल्म में फिल्माए गए डेयरडेविल एक्शन सीक्वेंस हैं। इन एक्शन सीक्वेंस में शामिल ट्रक-बाइक सीक्वेंस मेरे लिए काफी कठिन था। काश मेरे पापा (वीरू देवगन) आज होते तो वो जरूर फिल्म का एक्शन देखकर मेरी पीठ थपथपाते क्योंकि उन्होंने अपनी पूरी लाइफ एक्शन को एक अलग लेवल पर पहुंचाने के लिए दी है। वह अपने आप में एक दौर थे और वो फिल्म का एक्शन देखकर समझ जाते कि मैं कहां से यह सीखकर आया हूं। मैं एक बात और कहना चाहूंगा कि मेरे पिता ने जो भी किया है, वो मेरे अंदर भी रह गया है।