रणबीर कपूर: ना मैं झूठा ना मैं मक्कार, श्रद्धा कपूर के साथ फिल्म करने की पूरी हुई ख्वाहिश
रणबीर कपूर का कहना है कि पिता बनने की उन्हें खुशी है और इसके बाद उनकी जिंदगी बदल रही है। वे कहते हैं- ''फादरहुड की बात बताऊं तो मैं अपने आप को बर्पिंग एक्सपर्ट मानने लगा हूं। बच्चे का खाना हुआ उसके बाद मैं उसे अपने पास लेकर बर्पिंग करवा देता हूं और अब मुझे लगने लगा है कि मैं दुनिया के किसी भी बच्चे को बर्प करवा सकता हूं। आप बताइए किसे करवाना है।" रणबीर कपूर हाल ही में 'तू झूठी मैं मक्कार' के प्रमोशन इंटरव्यू के दौरान पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
ना मैं झूठा ना मैं मक्कार
आप सभी लोग मुझे जानते हैं, ना तो मैं मक्कार हूं और ना ही मैं झूठ बोलता हूं। असल में जो निर्देशक साहब हैं, वह मक्कार और झूठे हैं। अब मैं आपको अपनी और लव की दोस्ती के बारे में बताता हूं। शायद लव रंजन कुछ अलग तरीके से बताएं। मैं लव की फिल्म 'प्यार का पंचनामा' देख रहा था और देखने के बाद मैंने उन्हें कहा कि मैं आपके साथ काम करना चाहूंगा। यकीन मानिए लव शायद पहले ऐसे निर्देशक हैं, जिन्हें मैंने कहा कि मैं आपके साथ काम करना चाहूंगा। फिर हम मिले। दो-तीन बार बातें हुई। एक स्क्रिप्ट लॉक की, जो मेरी और अजय देवगन के साथ थी, लेकिन डेट्स की प्रॉब्लम हुई और वो मूवी अभी तक शुरू नहीं हो पाई। इसी बीच लव तू झूठी मैं मक्कार की कहानी लेकर मेरे सामने आ गए। मैं तब तक यह सोच चुका था कि अब रोमकॉम नहीं करूंगा। थोड़ा-सा अलग करना चाह रहा था और वैसे भी जाने क्यों ऐसा हो रहा है कि रोमकॉम पूरी दुनिया में ही कम बनाई जा रही है। हालांकि यह जॉनर है बहुत अच्छा। हम बहुत दिनों तक इस पर चर्चा करते रहे। स्क्रिप्ट में बदलाव की बात करते रहे। मुझे यह भी लगा कि रॉमकॉम में एक फॉर्मुला है कि दूसरे देश में जाओ। आज के जमाने के एक्टर ले लो। उन दोनों की बीच की जो बातें हैं वो बता दो और रोमकॉम तैयार। जबकि होना यह चाहिए कि हमें हमारे देश में ही जो संस्कृति बसी है, उसे दिखाते हुए रॉमकॉम बनानी चाहिए। लव रंजन में वो सारी बातें हैं, जो बतौर एक्टर मैं सीखना चाहूंगा। मुझे लगा कि क्यों ना इसके अंदर की यह खूबी मैं चुरा लूं और उसे लेते हुए तू झूठी मैं मक्कार में भारतीयता को लेकर आ जाऊं।
श्रद्धा कपूर के साथ फिल्म करने की इच्छा थी
मेरी बड़ी इच्छा थी कि मैं श्रद्धा के साथ काम करूं। मुझे वह पसंद है। मैं तो उसे तब से जानता हूं जब वह पैदा हुई थी। कितनी बार ऐसा हुआ कि उनके पापा और मेरे पापा साथ में शूट कर रहे होते। कई बार आउटडोर शूटिंग में हम लोग साथ में जाते थे, साथ में खेलते। हॉर्स राइडिंग भी करते थे क्योंकि हम सब फिल्म किड्स हुआ करते थे। गाने पर डांस भी करते और एक्टिंग भी करते। 'तू झूठी मैं मक्कार' में हीरोइन के रोल के लिए मुझे श्रद्धा फिट लगीं। यह आम रोल नहीं है। इस लीक से हटकर बोल सकता हूं। यह ऐसा किरदार है जहां पर आपको एक किरदार को जीने का तरीका लोगों को दिखाना पड़ेगा और मुझे लगता है कि श्रद्धा इस तरीके के रोल को लोगों के सामने लाने में बिल्कुल फिट हैं।
सोशल मीडिया पर नहीं दिखने का कारण
खास कारण तो नहीं, लेकिन मेरा सोचना है मुझे हमेशा अपने आसपास एक पहेली या रहस्सय बनाए रखना चाहिए। सोशल मीडिया पर आना मुझे पसंद नहीं है। मैं पुराने खयालात का इंसान हूं जहां पर किसी भी एक्टर को अपने आसपास की चीजें बहुत ज्यादा लोगों के सामने नहीं लाना चाहिए। इसका फायदा यह है कि अगर कोई फिल्म देखने सिनेमाहॉल जा रहा है तो मैं उसे फ्रेश लगूंगा क्योंकि मैं हर दूसरे-तीसरे दिन सोशल मीडिया पर नजर नहीं आता हूं। दूसरी तरफ से देखा जाए तो हो सकता है कि मैं सोशल मीडिया पर नहीं आने के कारण कुछ विज्ञापन खो दूं, कुछ एंडोर्समेंट खो दूं या पैसे कमाने का कोई और तरीका है, तो वो भी खो दूं। लेकिन फिर भी मैं अपने आप को सोशल मीडिया से दूर ही रखना चाहता हूं। सही है या गलत, मुझे नहीं मालूम। या आगे चल कर कितना सही साबित होगा यह भी मुझे नहीं मालूम।
आज कोई ट्रेजेडी किंग या जुबली कुमार नहीं हो सकता
मुझे नहीं लगता। पहले फिल्में तीन-चार विषयों पर आधारित होती थी। जैसे लव स्टोरी या लॉस्ट एंड फाउंड या एक्शन। जो एक्टर एक तरह की ज्यादा फिल्में करते थे वो नाम उसे मिल जाया करते थे। यह अच्छी बात थी उस समय की, लेकिन अब ऐसी बात नहीं है। लोगों की पसंद बदल चुकी है। उन्हें हर हालत में क्वालिटी चाहिए। हमारे लिए यह एक बड़ी चुनौती है, जो हमें बेहतर काम करने के लिए मजबूर करती है। इसलिए हम अलग-अलग किरदार निभा रहे हैं।
इंडस्ट्री में 15 साल
मैं अपने सफ़र से खुश हूं। मैंने जो भी फिल्में की, खुद चुनी। कुछ फिल्में नहीं चली तो मुझे लगता है ठीक है। जो चल गई तो लगता है कि मैं बच गया हूं और ऊपर वाले का शुक्रिया अदा करता हूं कि लोगों को मेरी फिल्म पसंद आई।