अक्षय कुमार की 5 फिल्में फ्लॉप हुई लगातार, प्रोड्यूसर्स में मचा हाहाकार
सेल्फी भी फ्लॉप हो गई। और इतनी बुरी तरह से फ्लॉप रही कि लगा ही नहीं इसमें अक्षय कुमार जैसा स्टार है। करण जौहर जैसा प्रोड्यूसर है। राज मेहता जैसा डायरेक्टर है। फिल्म के फ्लॉप होने का सबसे बड़ा झटका तो अक्षय कुमार को लगा है। लाइन से पांचवीं फिल्म फ्लॉप हो गई। बच्चन पांडे, सम्राट पृथ्वीराज, रक्षा बंधन, राम सेतु और सेल्फी। इनमें से कुछ फिल्म तो 50 करोड़ तक भी नहीं पहुंच पाई। आखिर क्या हो गया है अक्षय को? क्यों दर्शकों ने उनकी फिल्मों को देखने से तौबा ली?
अक्षय की पिछली पांच फिल्मों की बात की जाए तो सब अलग-अलग विषयों पर आधारित है। बच्चन पांडे मसाला मूवी है। उसमें एक्शन, डांस, इमोशन, कॉमेडी का तड़का था। सम्राट पृथ्वीराज एक ऐसे ऐतिहासिक किरदार के बारे में है जिसकी बहादुरी के चर्चे दूर-दूर तक है। रक्षा बंधन एक फैमिली ड्रामा थी। राम सेतु में पौराणिक और ऐतिहासिक बातें की गई थीं। सेल्फी एक हिट फिल्म का रीमेक थी जिसमें ड्रामा और कॉमेडी पर फोकस था। इन फिल्मों से बड़े सितारे जुड़े थे। बड़े प्रोडक्शन हाउस और डायरेक्टर जुड़े थे, फिर भी ये असफल क्यों हुई? चूंकि फिल्म में अक्षय कुमार कॉमन फैक्टर है इसलिए निशाने पर वही हैं। कुछ कारण सामने निकल कर आते हैं।
1) हड़बड़ी में गड़बड़ी
अक्षय तेज काम करने के लिए जाने जाते हैं। 40-45 दिनों में फिल्म की शूटिंग खत्म कर देते हैं। लेकिन ऐसी जल्दबाजी किस काम की जिसका काम पर असर हो। अक्षय कुमार की पिछली फिल्मों में जल्दबाजी नजर आती है जिससे काम बिगड़ा हुआ दिखता है। कई शॉट हड़बड़ी में पूरे किए गए जैसे प्लेन छूट रहा हो। इन फिल्मों में फिनिशिंग टच मिसिंग लगता है। आखिर ऐसी हड़बड़ी किस काम की?
2) एक्टिंग में वैरिएशन नहीं
चूंकि अक्षय जल्दबाजी में काम कर रहे हैं इसलिए सभी फिल्मों में एक जैसी एक्टिंग कर रहे हैं। जहां दूसरे कलाकार अपने रोल में डूबने के लिए वर्कशॉप करते हैं। लुक और अभिनय पर काम करते हैं। वहीं अक्षय चाहे पृथ्वीराज का रोल निभा रहे हों या फिर बच्चन पांडे का, उनकी एक्टिंग एक जैसी रहती है। वे अक्षय कुमार ही लगते हैं ना कि पृथ्वीराज। लुक में उन्होंने प्रयोग जरूर किए, लेकिन रामसेतु में उनका लुक इतना खराब था कि हैरत होती है कि एक हीरो इस तरह के लुक के साथ कैसे फिल्म कर सकता है। जरूरत है अक्षय को थमने की और अपनी एक्टिंग को बेहतर बनाने की।
3) कनाडा वाला मुद्दा
चलिए मान लिया अक्षय कुमार स्टार हैं। बहुत ज्यादा मेहनत करने की उन्हें जरूरत नहीं है क्योंकि उनका फैन बेस बहुत तगड़ा है, लेकिन अब इस फैन बेस में सेंध लग चुकी है। पिछले कुछ दिनों से अक्षय कुमार की नागरिकता को लेकर बात की जा रही है। वे भारत के बारे में बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, लेकिन यह राज खुल चुका है कि उन्होंने कनाडा की नागरिकता ले रखी है। इसके बारे में एक टीवी शो में आकर उन्होंने आंसू भी बहाए थे। अब उन्होंने इस दिशा में काम भी चालू कर दिया है। वे भारत की नागरिकता लेना चाहते हैं। लेकिन इस मुद्दे ने अक्षय के स्टारडम को नुकसान पहुंचाया है। लोगों की सोच उनके प्रति अचानक बदल गई है। यही कारण है कि अक्षय की फिल्में बॉक्स ऑफिस पर ढंग की ओपनिंग भी नहीं ले पा रही हैं।
4) ओवर एक्सपोज
अक्षय कुमार के बारे में ये भी कहा जा रहा है कि वे ओवर एक्सपोज हो गए हैं। जरूरत से ज्यादा नजर आ रहे हैं। हर दो-तीन महीने में एक फिल्म लेकर आ जाते हैं। बचे समय में टीवी शो में पहुंच जाते हैं। दर्शक लगातार देखते हुए उन्हें उब से गए हैं। जरूरत है अक्षय को थोड़ा कम दिखने की ताकि उनको देखने के प्रति दर्शकों में उत्सुकता हो।
बॉक्स ऑफिस पर अक्षय
2019 तक अक्षय के लिए बॉक्स ऑफिस पर सब कुछ सही था, लेकिन इसके बाद स्थिति बिगड़ने लगी। कोरोना के कारण लक्ष्मी (2020) ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज की गई जो खास पसंद नहीं की गई। 2021 में अतरंगी रे ओटीटी पर फ्लॉप सिद्ध हुई। वहीं थिएटर में रिलीज बेलबॉटम बुरी तरह पिटी। सूर्यवंशी हिट रही। 2022 अक्षय के लिए बुरा साबित हुआ। बच्चन पांडे, सम्राट पृथ्वीराज, रक्षा बंधन और राम सेतु असफल रहीं जबकि ओटीटी पर रिलीज कठपुतली पसंद नहीं की गई। 2023 में रिलीज सेल्फी भी असफल रही। अक्षय की पिछली कुछ फिल्मों का कलेक्शन के मामले में ऐसा हाल रहा।
ओटीटी रिलीज
लक्ष्मी (2020)
अतरंगी रे (2021)
कठपुतली (2022)
कर सकते हैं कम बैक
ऐसा नहीं है कि अक्षय का करियर खत्म होने की कगार पर है। वे वापसी कर सकते हैं। अक्षय कुमार नि:संदेह बॉलीवुड के बड़े सितारे हैं। टॉप 5 स्टार्स में उनकी गिनती होती है। उन्होंने बॉलीवुड को कई हिट फिल्में दी हैं। सिनेमाघर वाले उनकी फिल्मों का इंतजार करते हैं क्योंकि साल में उनकी लगभग 3 फिल्में आती हैं और इससे दर्शक सिनेमाघरों की और लौटते हैं।
अधिकांश दर्शक परिवार के साथ उनकी फिल्म देखते हैं। बीच में ऐसा दौर भी था जब अक्षय ने लगातार हिट फिल्में दीं और उनमें संदेश भी था। उनका फिल्म सिलेक्शन बेहतरीन था। कोरोना के बाद दर्शक ज्यादा डिमांडिंग हो गए हैं। अब उन्हें ऐसी फिल्में चाहिए जो कंटेंट, निर्देशन, एक्टिंग की कसौटी पर नंबर वन हो। इसी बीच अक्षय ने कमजोर फिल्में कर ली और नतीजा बुरा रहा। खिलाड़ी वो जो गिर कर भी हार नहीं मानता। कई बार अक्षय ने जोरदार कमबैक किया है। उम्मीद है कि इस बार भी यह खिलाड़ी कुमार जोरदार वापसी करेगा।