गुरुवार, 21 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. सामयिक
  2. बीबीसी हिंदी
  3. बीबीसी समाचार
  4. Maldives' Muizzu government on backfoot due to strong reaction in India
Written By BBC Hindi
Last Updated : सोमवार, 8 जनवरी 2024 (09:10 IST)

पीएम मोदी पर टिप्पणी: भारत में कड़ी प्रतिक्रिया से बैकफ़ुट पर मालदीव की मुइज़्ज़ू सरकार, अब तक क्या हुआ?

पीएम मोदी पर टिप्पणी: भारत में कड़ी प्रतिक्रिया से बैकफ़ुट पर मालदीव की मुइज़्ज़ू सरकार, अब तक क्या हुआ? - Maldives' Muizzu government on backfoot due to strong reaction in India
Maldives' Muizzu government on backfoot due to strong reaction in India : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लक्षद्वीप दौरे पर मालदीव सरकार की मंत्री मरियम शिउना और दूसरे नेताओं की आपत्तिजनक टिप्पणियों को लेकर सरहद के आर पार पारा चढ़ा हुआ है। मोहम्मद मुइज़्ज़ू के राष्ट्रपति बनने के बाद से लगातार पटरी से उतरते दिख रहे दोनों देशों के रिश्तों के लिए इन बयानों को बड़ा झटका बताया जा रहा है।
 
भारत में कई सेलिब्रिटी और आम लोग इसे लेकर नाराज़गी जाहिर कर रहे हैं। भारत में सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर #BycottMaldives ट्रेंड कर रहा है। इस बीच मालदीव की मोहम्मद मुइज़्ज़ू सरकार नुक़सान की भरपाई की कोशिश में जुट गई है।
 
मालदीव सरकार ने पहले एक बयान जारी कर ख़ुद को मंत्री की टिप्पणी से अलग किया। इसके बाद मीडिया रिपोर्टों में मालदीव सरकार के हवाले से दावा किया गया कि टिप्पणी करने वाले लोगों को निलंबित कर दिया गया है।
 
पूर्व डिप्टी स्पीकर ने की मंत्रियों के निलंबन की पुष्टि
 
रिपोर्टों के मुताबिक मालदीव सरकार ने अपने बयान में कहा, 'पड़ोसी भारत को अपमानित करने वाली सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी किया है। सरकार में पद पर रहते हुए जिन लोगों ने सोशल मीडिया पर इस तरह के पोस्ट किए हैं, उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है।'
 
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक मरियम शिउना के अलावा मालशा शरीफ़ और महज़ूम माजिद को भी सस्पेंड किया गया है। मालदीव की पूर्व डिप्टी स्पीकर और सांसद इवा अब्दुल्लाह ने मंत्रियों को निलंबित करने की पुष्टि करते हुए कहा है कि मालदीव सरकार को भारत के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।
 
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक उन्होंने कहा, 'ये अहम है कि मालदीव की सरकार ने ख़ुद को मंत्री के बयान से अलग कर लिया। मुझे पता है कि सरकार ने मंत्रियों को सस्पेंड कर दिया है लेकिन मुझे लगता है कि ये अहम होगा कि मालदीव सरकार भारत के लोगों से माफी मांगे।'
 
उन्होंने कहा, 'मंत्री ने जो टिप्पणी की वो शर्मनाक है। वो नस्लभेदी है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। ये बातें भारत और भारत के लोगों के लिए मालदीव के लोगों की राय नहीं है। हम इस बात से वाकिफ हैं कि हम किस हद तक भारत पर निर्भर रहे हैं। जब कभी हमें जरूरत हुई है, भारत ने सबसे पहले मदद की है।'
 
इवा अब्दुल्लाह ने कहा, 'हम आर्थिक रिश्तों, सामाजिक रिश्तों, हेल्थ, शिक्षा, कारोबार, पर्यटन वगैरह के लिए भारत पर निर्भर रहे हैं। लोग इससे वाकिफ हैं और वो इसके लिए शुक्रगुजार हैं। तमाम राजनीतिक दलों, पूर्व मंत्रियों और मौजूदा सरकार के गठबंधन सहयोगियों समेत सभी ने अपमानजनक टिप्पणी की निंदा की है।'
 
इसके पहले पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद, पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह और पूर्व विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने बयान की निंदा करते हुए अपने देश की सरकार को नसीहत दी। मालदीव और भारत के संबंधों में हालिया महीनों में बदलाव देखने को मिले हैं। ख़ासकर नवंबर 2023 में मोहम्मद मुइज्ज़ू के राष्ट्रपति बनने के बाद से कड़वाहट बढ़ी है।
 
मुइज़्ज़ू के पहले इब्राहिम मोहम्मद सोलिह मालदीव के राष्ट्रपति थे और उनकी सरकार ने 'इंडिया फर्स्ट' की नीति लागू की हुई थी। जबकि मुइज़्ज़ू 'इंडिया आउट' का नारा देकर चुनाव में उतरे थे। जीत हासिल करने के बाद मुइज़्ज़ू के फ़ैसलों से दोनों देशों के संबंधों में बढ़ती दूरी दिखने लगी है। मुइज़्जू को भारत के मुकाबले चीन का करीबी माना जाता है।
 
पीएम मोदी का लक्षद्वीप दौरा
 
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस हफ़्ते की शुरुआत में लक्षद्वीप का दौरा किया। इस दौरे की तस्वीरें पीएम मोदी ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर डाली थीं। तस्वीरों को शेयर करते हुए पीएम मोदी ने लिखा था कि जो लोग 'रोमांच पसंद करते हैं उन्हें लक्षद्वीप जरूर आना चाहिए।'
 
उन्होंने इस दौरान स्नॉर्कलिंग भी की और एक तरह से वे लक्षद्वीप के टूरिज्म को प्रमोट करते हुए नजर आए। इन तस्वीरों को देखने के बाद कई लाख लोगों ने गूगल पर अचानक से लक्षद्वीप को सर्च किया और सोशल मीडिया पर एक चर्चा यह छिड़ी कि अब लोगों को अपनी छुट्टी मालदीव की बजाय लक्षद्वीप में मनानी चाहिए।
 
भारत से करीब 2 लाख से ज्यादा लोग हर साल मालदीव की यात्रा करते हैं। मालदीव में मौजूद भारतीय हाई कमीशन के मुताबिक साल 2022 में 2 लाख 41 हजार और 2023 में करीब 2 लाख लोगों ने मालदीव की यात्रा की।
 
मुइज्ज़ू की मंत्री का आपत्तिजनक बयान
 
जब मालदीव की बजाय लक्षद्वीप जाने की चर्चाएं सोशल मीडिया पर तेज़ हुईं तो मालदीव की ओर से भी प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हुईं। इसमें में एक टिप्पणी मालदीव सरकार में मंत्री मरियम शिउना की भी थी। उन्होंने पीएम मोदी की तस्वीरों पर आपत्तिजनक बातें कहीं।
 
बाद में उन्होंने अपना एक ट्वीट डिलीट कर दिया। हालांकि एक दूसरे ट्वीट में मरियम कहती हैं, 'मालदीव को भारतीय सेना की कोई ज़रूरत नहीं है।' मरियम सोशल मीडिया पर ऐसे कई ट्वीट शेयर करती हैं जिसमें मालदीव की ख़ूबसूरती देखने को मिलती है और लोगों से मालदीव आने को कहा गया।
 
मरियम के अलावा मालदीव के कई और नेताओं ने भी ऐसी टिप्पणियां की जो लोगों को रास नहीं आईं। ऐसे बयानों पर भारत में तीखी प्रतिक्रिया आने लगीं। आम लोगों के अलावा बॉलीवुड के स्टार्स और खिलाड़ियों ने भी प्रतिक्रिया दी। इसका असर मालदीव में भी दिखा। मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने अपने देश की सरकार को नसीहत दी कि वो मामले को संभाले।
 
मोहम्मद नशीद ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'मालदीव सरकार की मंत्री मरियम क्या भयावह भाषा बोल रही हैं, वो भी एक ऐसे प्रमुख सहयोगी देश के लिए जो मालदीव की सुरक्षा और समृद्धि के लिए अहम है। मुइज़्ज़ू सरकार को ऐसे बयानों से दूर रहना चाहिए। साथ ही ये स्पष्ट करना चाहिए कि ये सरकार के विचार नहीं हैं।'
 
मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने ऐसे बयानों को संवेदनहीन और संबंध खराब करने वाला बताया है।
 
उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, 'भारत के ख़िलाफ़ मालदीव के सरकारी अधिकारियों द्वारा सोशल मीडिया पर नफ़रती भाषा इस्तेमाल किए जाने की मैं निंदा करता हूं। भारत मालदीव का हमेशा से अच्छा दोस्त रहा है और हमारे दोनों देशों के बीच सालों पुरानी दोस्ती पर नकारात्मक असर डालने वाले इस तरह के संवेदनहीन बयान देने की हमें इजाज़त नहीं देनी चाहिए।'
 
इसके अलावा मालदीव के पूर्व विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने एक्स पर अपनी एक पोस्ट में लिखा है, 'मौजूदा मालदीव सरकार के उप मंत्रियों और सत्तारूढ़ गठबंधन के राजनीतिक दल के एक नेता द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय लोगों के ख़िलाफ़ सोशल मीडिया पर की गई अपमानजनक टिप्पणी निंदनीय और घृणित है।'
 
'सरकार इन अधिकारियों पर कार्रवाई करे। सार्वजनिक पदों पर बैठे लोगों को मर्यादा बनाए रखनी चाहिए। उन्हें स्वीकार करना चाहिए कि सोशल मीडिया एक्टिविज़्म और नहीं होगा और लोगों को देश के हितों की रक्षा करने की ज़िम्मेदारी निभाएंगे।'
 
उन्होंने लिखा, 'हमारा संबंध आपसी सम्मान, इतिहास, संस्कृति और जनता के बीच मज़बूत रिश्तों की बुनियाद पर टिका है। भारत आजमाया हुआ और पक्का दोस्त है।'
 
मालदीव सरकार की सफाई
 
कुछ घंटे बाद मालदीव सरकार ने एक बयान जारी कर सफ़ाई दी है।
 
रविवार को जारी बयान के अनुसार, 'विदेशी नेताओं और शीर्ष व्यक्तियों के ख़िलाफ़ सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर अपमानजनक टिप्पणी के बारे में मालदीव सरकार को जानकारी है। ये विचार निजी हैं और मालदीव सरकार के नज़रिए का प्रतिनिधित्व नहीं करते।'
 
बयान के अनुसार, 'सरकार का मानना है कि बोलने की आज़ादी का बर्ताव लोकतांत्रिक और ज़िम्मेदार तरीके से किया जाना चाहिए ताकि इससे नफ़रत, नकारात्मकता न बढ़े और अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ मालदीव के रिश्ते प्रभावित न हों।'
 
बयान में ये भी कहा गया है, 'सरकार के संबंधित विभाग ऐसे लोगों पर एक्शन लेने से हिचकेंगे नहीं, जो इस तरह की अपमानजनक टिप्पणी करते हैं।'
 
पीएम मोदी के समर्थन में उतरीं हस्तियां
 
बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार ने अपने सोशल मीडिया पर मालदीव की उन बड़ी हस्तियों के स्क्रीनशॉट शेयर किए हैं, जिसमें भारतीयों के खिलाफ नस्लवादी टिप्पणियां की गई हैं। 
 
अक्षय कुमार ने लिखा, 'मुझे आश्चर्य है कि ये लोग ऐसा उस देश के साथ कर रहे हैं जो सबसे ज्यादा संख्या में अपने पर्यटकों को वहां भेजता है। हम अपने पड़ोसियों के प्रति अच्छे हैं लेकिन हम ऐसी नफरत भरी टिप्पणियों को क्यों बर्दाश्त करें? मैं मालदीव कई बार गया हूं और वहां की तारीफ की है, लेकिन हमारा पहले है। आइए हम अपने भारतीय द्वीपों को एक्सप्लोर करने का फैसला लें और अपने देश के पर्यटन का समर्थन करें।'
 
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अक्षय कुमार के लिखे को रिपोस्ट करते हुए क्रिकेटर सुरेश रैना ने लिखा कि उन्हें भी मालदीव के लोगों की तरफ से नफरतभरी टिप्पणियां देखकर दुख पहुंचा है। 
 
उन्होंने लिखा, 'ये देखना कितना बुरा है, खासकर तब जब भारत उनकी अर्थव्यवस्था से लेकर कई तरह के संकटों से निपटने में इतना महत्वपूर्ण योगदान देता है।'
 
रैना ने लिखा कि वे भी कई बार मालदीव जा चुके हैं और वहां की खूबसूरती की उन्होंने तारीफ की है लेकिन अब समय आ गया है कि जब हमें अपने आत्मसम्मान को प्राथमिकता देनी होगी। 
 
उन्होंने भी भारतीय द्वीपों को एक्सप्लोर करने के लिए लोगों से अपील की है।  
 
एक्टर जॉन अब्राहम ने भी मालदीव की तस्वीरों को शेयर करते हुए लिखा, 'भारत के कमाल के स्वागत सत्कार की भावना और 'अतिथि देवो भव:' का ख़्याल। साथ ही घूमने के लिए विशाल समुद्री जीवन। लक्षद्वीप जाने लायक जगह है।'
 
सचिन तेंदुलकर ने भी महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग तट की वीडियो तस्वीर साझा की। वो कहते हैं, 'भारत ऐसे सुंदर तटों और द्वीपों से सम्पन्न है। हमारी अतिथि देवो भव: की विचार के साथ बहुत कुछ देखे जाने की ज़रूरत है। कितनी सारी यादें ख़ुद के बनने का इंतज़ार कर रही हैं।'
 
इन सितारों के अलावा श्रद्धा कपूर जैसी कई हस्तियां भी मालदीव को लेकर ट्वीट कर रही हैं।(फोटो सौजन्य : बीबीसी)
ये भी पढ़ें
कार्बन उत्सर्जन घटाने में जर्मनी की रिकॉर्डतोड़ छलांग