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Last Modified: बुधवार, 31 जनवरी 2018 (17:14 IST)

भारतीय युवा बाइक्स में करते हैं इन परेशानियों का सामना

भारतीय युवा बाइक्स में करते हैं इन परेशानियों का सामना - Bike youth indian youth
नई दिल्ली। भारत में दोपहिया वाहनों की गुणवत्ता में सुधार के बावजूद युवा वाहन मालिकों को शुरुआती गुणवत्ता संबंधी समस्याओं का अधिक सामना करना पड़ता है जिनमें से अधिकतर समस्याएं इंजन से जुड़ी हैं।
 
वाहन क्षेत्र के लिए मार्केटिंग रिसर्च करने वाली कंपनी जेडी पॉवर के बुधवार को जारी शोध 'इंडिया टू व्हीलर इनिशियल क्वालिटी स्टडी 2018' ये यह पता चला है कि 30 साल या उससे कम उम्र के युवा वाहन मालिकों को 31 साल या उससे अधिक उम्र के वाहन मालिकों की तुलना में शुरुआती गुणवत्ता संबंधी अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
 
शोध में प्रति 100 वाहन समस्याओं की संख्या (पीपी100) के आधार पर आंका गया है जिसमें पीपी100 का कम स्कोर अच्छी गुणवत्ता का द्योतक है। वाहनों की गुणवत्ता को 3 श्रेणियों राइड एंड हैंडलिंग, फिट एंड फिनिश और इंजन में बांटा गया है। यह शोध मार्च 2017 से अक्टूबर 2017 के बीच नए दोपहिया वाहन खरीदने वाले 10,102 ग्राहकों के बीच सर्वेक्षण के आधार पर किया गया है।
 
इस शोध में 10 मेक के 88 दोपहिया वाहनों को शामिल किया गया है। यह शोध सितंबर 2017 से दिसंबर 2017 के बीच देश के 45 शहरों के वाहन मालिकों के जवाब के आधार पर तैयार किया गया है। इस अध्ययन में उन समस्याओं को शुरुआती समस्या कहा गया है, जो वाहन मालिक वाहन खरीद के पहले 2 से 6 माह तक अनुभव करते हैं। इसमें 7 श्रेणियों की 138 समस्याओं को शामिल किया गया है।
 
शोध के मुताबिक पिछले साल की तुलना में स्कूटर और मोटरसाइकल श्रेणी में शुरुआती गुणवत्ता में सुधार आया है। कुल शुरुआती गुणवत्ता स्कूटर के लिए 121 पीपी100 और मोटरसाइकल के लिए 136 पीपी100 है। गत वर्ष की तुलना में दोनों में क्रमश: 8 पीपी100 और चौदह पीपी100 का सुधार आया है। वाहन प्रणाली में सबसे अधिक सुधार ब्रेक की श्रेणी में आया है।
 
अध्ययन में बताया गया है कि पहली बार वाहन खरीदने वाले पुराने वाहन मालिकों की तुलना में कम शिकायतें करते हैं। देश में करीब 82 प्रतिशत यानी दो-तिहाई पहली बार वाहन खरीदने वाले हैं। पहली बार वाहन खरीदने वालों का स्कोर 121 पीपी100 और पुराने वाहन मालिकों का 175 पीपी100 है।
 
इनमें अधिकतर समस्याएं इंजन से जुड़ी हैं। वाहन खरीदने की प्रक्रिया से जुड़े कारकों का भी शुरुआती समस्याओं पर असर पड़ता है। वाहनों की डिलीवरी के समय सेल्सपर्सन द्वारा वाहन के बारे में विस्तृत जानकारी पाने वाले 77 प्रतिशत खरीददारों की समस्याओं का स्कोर 101 पीपी100 और जानकारी नहीं पाने वालों का स्कोर 229 पीपी100 है।
 
स्कूटर की श्रेणी में होंडा एक्टिवा 125 का स्कोर सबसे अच्छा 90 पीपी100 है। मोटरसाइकल की श्रेणी के इकोनॉमी मॉडल में होंडा ड्रीम युग और टीवीएस स्टार सिटी प्लस का स्कोर 114 पीपी100 है। एक्जीक्यूटिव मॉडल में हीरो सुपर स्प्लेंडर का स्कोर सबसे अच्छा 121 पीपी100 है। अपर एक्जीक्यूटिव मॉडल में सुजुकी जिक्सर और जिक्सर एसएफ का स्कोर सबसे बेहतर 93 पीपी100 और प्रीमियम मॉडल में बजाज एवेंजर-220 का 100 पीपी100 है। (वार्ता)
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