तीस जनवरी, हे राम, साकार गांधी निराकार गांधी!
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | सोमवार,जनवरी 29,2024
Mahatma Gandhi Death Anniversary: बिड़ला भवन दिल्ली में 30 जनवरी 1948 की शाम संध्याकालीन प्रार्थना पर निकले साकार गांधी ...
भारतीय लोक मानस में समाया हुआ है रामनाम!
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | शनिवार,जनवरी 20,2024
Ayodhya Ram Temple: भारतीय लोक मानस लोक महासागर की तरह गहराई लिए हुए है। लोक मानस की गहराई और विविधता अनोखी पर सहजता ...
अपने पर और दुनिया जहान पर भरोसा करना ही जीवन की चुनौतियों का हल है
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | शनिवार,जनवरी 6,2024
solution to life challenges: आठ अरब जनसंख्या वाली इस विशाल दुनिया में कोई भी मनुष्य अकेला क्यों महसूस करने लगता है? ...
हिंसा, नफ़रत की चुनौती और शांति-सद्भाव की भूख
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | शनिवार,दिसंबर 9,2023
हिंसा और नफ़रत मानव समाज के स्थाई भाव नहीं हैं। जैसे प्राकृतिक आग सदैव प्रज्ज्वलित नहीं रहती वैसे ही सांप्रदायिक और ...
भारत की राजनीति का निरंतर बदलता स्वरूप
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | सोमवार,नवंबर 6,2023
भारत में आजादी और लोकतंत्र आए पचहत्तर साल हो गए। फिर भी भारत के नागरिकों और राजनीतिक दलों के मानस में लोकतंत्र और ...
स्वाधीन भारत में प्रेस की स्वाधीनता का सवाल कौन उठाए?
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | शनिवार,सितम्बर 30,2023
Freedom of Press: पत्रकारिता अपने जन्म से ही लोकजागृति और लोकचेतना की वाहक रही है। स्थापित राजनीतिक, धार्मिक, सामाजिक, ...
खयालात बदलोगे तो हालात बदलेंगे!
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | शनिवार,मई 27,2023
हालात अपने आप नहीं बदलते हैं। हालात बदलने के लिए खयालात में बदलाव बहुत जरूरी है। दुनिया के सारे बदलाव अपने आप नहीं आते ...
धर्म और राजनीति आज की सबसे बड़ी समस्या में बदल गए हैं
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | सोमवार,मई 15,2023
जीवन को शांति और समाधान देने वाले बुनियादी साधन ही मनुष्य समाज की सबसे बड़ी चुनौती या समस्या बन जाए तो आज का मनुष्य ...
धरती के संबंध में एक भी मनुष्य न तो बाहरी है न ही घुसपैठिया
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | शनिवार,दिसंबर 17,2022
असंख्य ग्रह नक्षत्रों व तारामंडल को लेकर हमारे मन में कभी यह विचार नहीं आता की यह आकाशगंगा किसकी है? धरती को लेकर भी ...
बढ़ती आबादी समस्या नहीं प्रतिदिन उपलब्ध प्राकृतिक लोक ऊर्जा है
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | शनिवार,नवंबर 5,2022
भारतीय दर्शन में विचार-विमर्श द्वारा समस्या समाधान की लंबी और मजबूत विरासत रही हैं। जिसे आगे बढ़ाकर समाधान खोजने के ...