• Webdunia Deals
  1. धर्म-संसार
  2. ज्योतिष
  3. आलेख
  4. Navgrah upay
Written By

नवग्रहों को कैसे अनुकूल बनाएं, आजमाएं सटीक उपाय

नवग्रहों को कैसे अनुकूल बनाएं, आजमाएं सटीक उपाय - Navgrah upay
-ज्योतिषाचार्य डॉ. अनिता कपूर
 
क्या आप जानते हैं कि यदि उपाय सही प्रकार से किए जाएं और किसी जानकार ज्योतिष से विचार-विमर्श कर किए जाएं तो आप अपने ग्रहों को अनुकूल बनाकर लाभान्वित हो सकते हैं। यहां आज सभी ग्रहों के कुछ विशेष उपाय की जानकारी दी जा रही है-
 
1. गुरु : गुरु ग्रह ब्राह्मण अथवा बुजुर्गों का प्रतिनि‍धित्व करता है। रोजाना ब्राह्मण अथवा बुजुर्गों का आशीर्वाद लेने से हमें प्रगति के पथ पर आगे बढ़ने में मदद तो करता ही है, हमारे ऊपर आए संकट भी टाल देता है।
 
अगर आप पुत्र-हानि से पीड़ित हैं, अगर आप गले की खराबी से पीड़ित हैं, अगर आपके सर से चोटी के बाल उड़ गए हैं, अगर आपको गले में माला पहनने की आदत हो गई है, अगर आप सोना गुम हो जाने से परेशान रहते हैं, अगर आपकी शिक्षा रुक जाए, अगर आपकी बेवजह बदनामी हो और अफवाहें होने लगें।
 
उपरोक्त सभी बातें आपके साथ हो रही हैं अथवा अधिकतर बातें हैं तो आपका गुरु निर्बल है।
 
उपाय  : हरिवंशपुराण का पाठ करना चाहिए। पीपल के वृक्ष को पानी दें, उसकी देखभाल करें। केसर, हल्दी, चने की दाल और सोना दान में दें। गुरुवार का व्रत रखें। घर में चांदी के बर्तन को हल्दी का तिलक लगाकर रखें।
 
ब्राह्मण, साधु और कुलगुरु की सेवा करें। इनका अपमान ना करें। आम्बा-हल्दी का टुकड़ा पीले धागे में बांधकर दाएं बाजू पर बांधें। पीले फूलों के पौधे लगाएं।
 
2. सूर्य ग्रह : सूर्य ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है। पिता की आज्ञाओं का पालन करें और उनमें ईश्वरीय अंश के दर्शन करें। आपके सभी काम बनेंगे। पिता का पूजन करने से काम राम में बदलेगा, अहंकार प्रेम में बदलेगा एवं पिता के आशीर्वाद से मंगल होगा। रविवार के दिन सुबह सूर्य दर्शन करें और सूर्य को जल अर्पण करें।
 
3. चन्द्रमा : चन्द्रमा माता का प्रतिनिधित्व करता है। इस ग्रह की सौम्यता के कारण इसे माता-पिता कहा जाता है। प्रतिदिन प्रात:काल उठकर सबसे पहले मां का आशीर्वाद लें। ईश्वर का आशीर्वाद फलित होने में वक्त लग सकता है, लेकिन माता का आशीर्वाद तुरंत असर दिखाता है। सोमवार को शिवजी पर जल चढ़ाएं।
 
4. मंगल : मंगल ग्रह भाइयों का प्रतिनिधित्व करता है। बड़े भाई से आशीर्वाद ग्रहण करें और छोटे को लाड़-प्यार करें। अगर आपके भाई खुश रहेंगे तो जीवन में आपको लगातार सफलता मिलती रहेगी। सामाजिक और राजनीतिक मंच पर भी आपका नाम सम्मान और आदर से लिया जाएगा। हनुमान चालीसा का पाठ करें।
 
5. बुध : बुध ग्रह कन्या, मौसी, बहन, बुआ का प्रतिनिधित्व करता है। इन्हें नाराज न करें एवं इनसे अच्‍छे संबंध स्थापित करें। माथे पर केसर का तिलक लगाएं और स्वर्ण धारण करें। बुधवार को हरे मूंग का दान करें, गाय को चारा खिलाएं।
 
6. शुक्र : शुक्र को स्त्री ग्रह माना जाता है। पति अपने व्यवहार से कितनी बुरी परिस्‍थितियों में हो, समझदारी से काम लें। पत्नी को हमेशा खुश रखें। पति अधूरा है पत्नी के बिना। प‍त्नी और पति के बीच स्थिर संबंध होने चाहिए। सफेद वस्तुओं का दान करें। सफेद वस्त्र पहनें और इत्र इत्यादि लगाएं।
 
7. शनि : शनिदेव गरीबों से अत्यधिक प्रेम करते हैं अत: उनकी कृपा प्राप्ति के लिए घर के नौकरों को खुश रखें।
शनिवार के दिन शनि संबंधित दान की वस्तुएं जैसे काली दाल, काले तिल, कंबल और सरसों का तेल आदि दान करते रहें।
 
राहु/केतु : राहु या केतु की कृपा प्राप्त करने के लिए रोजाना गरीब या अंगहीन लोगों की सेवा करें।
ये भी पढ़ें
भगवान भैरव, एक रहस्यमयी देवता को जानिए...