अरुणाचल की 3 महिला छात्रा खिलाड़ी अब शायद ही बन पाएंगी एशियाड का हिस्सा
अरूणाचल प्रदेश की तीन महिला वुशु खिलाड़ियों की एशियाई खेलों में भागीदारी का मौका लगभग खत्म हो गया है जिन्हें चीन की सरकार द्वारा वीजा नहीं दिया गया था।एशियाई ओलंपिक परिषद (ओसीए) ने हालांकि रविवार को कहा कि वह अब भी मामले को देख रही है।
चीन द्वारा नेमान वांग्सू, ओनिलू टेगा और मेपुंग लामगू को वीजा नहीं दिये जाने के बाद खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने विरोध स्वरूप हांगझोउ का अपना दौरा रद्द कर दिया।
वुशु प्रतिस्पर्धायें रविवार को शुरु हो गयी और लामगू अपनी महिलाओं की चांगक्वान स्पर्धा में शुरुआत नहीं कर (डीएनएस) सकीं जबकि टेगा का नाम भी महिलाओं की 52 किग्रा स्पर्धा के प्री क्वार्टरफाइनल में नहीं था।
महिलाओं की चांगक्वान स्पर्धा का फाइनल सोमवार को है जिसमें वांग्सू को हिस्सा लेना था।
ओसीए ने हालांकि कहा कि वह मामले को देख रहा है। उसके कार्यवाहक अध्यक्ष रणधीर सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस में हालांकि यह नहीं बताया कि ओसीए किस सरकार से बात कर रहा है।
भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) के पूर्व महासचिव सिंह ने कहा, हम आयोजन समिति, राज्य और चीन सरकार को शानदार उद्घाटन समारोह के लिए बधाई देना चाहेंगे। यह शानदार समारोह था और हम इस तरह के कई समारोह का हिस्सा रह चुके हैं। पर यह सबसे खूबसूरत उद्घाटन समारोह था। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी उद्घाटन समारोह से काफी खुश थे।
भारतीय वुशु खिलाड़ी पुरुष चांगक्वान स्पर्धा में पांचवें और छठे स्थान पर रहे भारतीय वुशु खिलाड़ी सूरज सिंह मायांगलांबम और अंजुल नामेडो रविवार को यहां एशियाई खेलों में पुरुषों की चांगक्वान स्पर्धा में निराशाजनक रूप से पांचवें और छठे स्थान पर रहे।सूरज 9.730 के कुल स्कोर के साथ पांचवें स्थान पर रहे, वहीं अंजुल 9.710 अंकों के साथ उनसे एक पायदान नीचे रहे।
चीन के पेइयुआन सन ने 9.840 के समग्र स्कोर के साथ स्वर्ण अपने नाम किया। इंडोनेशिया के एडगर जेवियर मार्वेलो और मकाऊ के ची कुआन सॉन्ग ने क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीता।चांगक्वान मार्शल आर्ट प्रतियोगिता है जिसमें खुले हाथों का प्रयोग होता है। इसमें खिलाड़ी को उसकी चाल और तकनीक के आधार पर आंका जाता है।
(भाषा)