क्या वाकई AMU के छात्रों ने लगाए PM मोदी को ड्रैकुला बताने वाले पोस्टर...जानिए सच...
सोशल मीडिया पर इन दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक बेहद आपत्तिजनक पोस्टर वायरल हो रहा है। इस पोस्टर में पीएम मोदी को कश्मीर का ड्रैकुला बताते हुए उनकी फोटोशॉप की हुई एक तस्वीर लगी है। इस तस्वीर में पीएम मोदी के हाथों को खून से सना दिखाया गया है और उनको इंसान का मांस खाते दिखाया गया है। दावा किया जा रहा है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के छात्रों ने कश्मीर से आर्टिकल-370 हटाने के विरोध में यह पोस्टर लगाया है।
क्या है वायरल-
तस्वीर शेयर करते हुए यूजर्स लिख रहे है- ‘सूत्रों के अनुसार अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों ने धारा 370 हटाने के विरोध में इस तरह के पोस्टर लगाए हैं। क्या फायदा ऐसे लोगों को पढ़ाने का जिनकी सोच ऐसी जघन्य हो? उप्र के मुख्यमंत्री श्री @myogioffice जी से निवेदन है कि जिन्होंने ये पोस्टर लगाए हैं उनका ठीक से इलाज हो’।
क्या है सच-
हमने पड़ताल शुरू की तो पाया कि अलीगढ़ पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से इस बात की पुष्टि की है कि ऐसा पोस्टर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों द्वारा नहीं लगाया गया है।
सोशल मीडिया में वायरल हो रहे बैनर जिस पर माननीय प्रधानमंत्री का निंदनीय/अशोभनीय चित्र अंकित है, जिसे अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में लगा होना बताया जा रहा है, का अलीगढ़ पुलिस पूर्णतया खण्ड़न करती है।#UPPAgainstFakeNewspic.twitter.com/8xCzw2HNop
अब सवाल यह है कि यह पोस्टर कहां का है। इस सवाल के जवाब के लिए हमने सबसे पहले इस तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च किया, लेकिन कुछ खास नहीं मिला। फिर हमने ‘modi the dracula of kashmir’ कीवर्ड्स से फेसबुक पर सर्च किया, तो हमें इसी पोस्टर के साथ एक दूसरी तस्वीर मिली। यूजर ने तस्वीर शेयर कर लंदन में भारतीय उच्चायोग के सामने हुए विरोध प्रदर्शन की बात लिखी थी।
जांच आगे बढ़ाते हुए हमने ‘London, protest outside Indian high Commission’ कीवर्ड्स से गूगल पर सर्च किया, तो हमें न्यूज मीडिया ‘The Sun’ द्वारा यू-ट्यूब पर 15 अगस्त को अपलोड किया गया उस विरोध प्रदर्शन का एक वीडियो मिला। इस वीडियो में 45 मिनट 58 सेकंड पर वायरल पोस्टर को जूम कर दिखाया गया है।
दरअसल, 15 अगस्त को लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग के सामने पाकिस्तानी संगठनों ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाने के विरोध में प्रदर्शन का आयोजन किया था। यह पोस्टर उसी विरोध प्रदर्शन के दौरान लगा था।
वेबदुनिया की पड़ताल में पाया गया कि AMU के छात्रों ने PM मोदी को ड्रैकुला बताने वाला कोई पोस्टर नहीं लगाया है। वायरल पोस्टर लंदन में भारतीय उच्चायोग के सामने हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान का है।