अगर आपने भी PM मोदी की इस दीपावली सिर्फ Made in India प्रोडक्ट खरीदने की अपील वाली चिट्ठी शेयर की है...तो इसका सच जान लीजिए...
हर साल दीपावली से पहले चायनीज लाइटें और पटाखों का बहिष्कार और स्वदेशी सामानों के इस्तेमाल की अपील होती रहती है। इस बार सोशल मीडिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से एक चिट्ठी वायरल हो रही है, जिसमें वे लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे इस दीपावली पर सिर्फ भारत में बने उत्पाद ही खरीदें। इस चिट्ठी में प्रधानमंत्री मोदी के हस्ताक्षर भी हैं।
वायरल चिट्ठी में क्या है-चिट्ठी में लिखा है- ‘मेरे प्यारे भारत वासियों आप सब इस बार इतना करें कि आने वाले दीपावली पर्व पर अपने घरों में रौशनी सजावट मिठाई इन सब में केवल भारत में बनी सामग्री का प्रयोग करें। आशा करता हूं आप इस प्रधान सेवक की बात को जरूर मानेंगे। आप छोटे-छोटे कदमों से अगर मेरा साथ दो तो मैं आप से वादा करता हूं हमारे भारत को दुनिया की सबसे आगे वाली पंक्ति में प्रथम स्थान पर खड़ा पाओगे'
सच क्या है-सोशल मीडिया में वायरल हो रही चिट्ठी की पड़ताल के लिए हमने Yandex इमेज रिवर्स सर्च का इस्तेमाल किया, तो हमें पीएमओ द्वारा 2016 में किया गया एक ट्वीट मिला। इससे पता चला कि सोशल मीडिया में वायरल की जा रही चिट्ठी फर्जी है।
पीएमओ ने लिखा था, ‘पीएम के ‘हस्ताक्षर’ के साथ कुछ अपील सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही हैं। ये दस्तावेज असली नहीं हैं।
आपको बता दें कि तीन साल पहले रिटायर्ड आईपीएस और पुड्डुचेरी की उपराज्यपाल किरण बेदी भी इस फर्जी चिट्ठी के झांसे में आ गईं थीं और उन्होंने भी यह चिट्ठी ट्विटर पर शेयर कर दी थी।
हालांकि बाद में उन्होंने इसपर खेद जताया। किरण ने बाद में ट्विटर पर साफ किया, ‘मुझे सूचित किया गया कि यह हमारे प्रधानमंत्री का संदेश नहीं है। मुझे पोस्ट पर अफसोस है। हालांकि व्यक्तिगत रूप से मैं अपने देश में बने उत्पादों को तरजीह देती हूं। मुझे भारतीय होने पर गर्व है।’
आपको बता दें कि पीएम मोदी भारतीय उत्पादों के बड़े समर्थक रहे हैं। वे अकसर कई मौकों पर खादी के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया है। दीपावली पर कुम्हारों से मिट्टी के दीपक और कलश खरीदने का आग्रह करते हैं, लेकिन वायरल चिट्ठी फर्जी है।
वेबदुनिया ने अपनी पड़ताल में पाया कि सोशल मीडिया में पीएम मोदी के नाम पर वायरल हो रही चिट्ठी फर्जी है।