Fact Check: दिल्ली में पुलिस पर तलवार लहराने वाले सिख की हुई पिटाई, जानिए पूरी सच्चाई
दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान भड़की हिंसा में कई किसान और पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। गाजीपुर बॉर्डर पर तलवार लेकर पुलिस को ललकारने वाले एक निहंग सिख की तस्वीरें भी सामने आईं। अब सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि तलवार लहराने वाले इस निहंग सिख को पुलिस ने भी सबक सिखा दिया है।
क्या है वायरल-एक फेसबुक यूजर ने दो तस्वीरों का एक कोलाज को शेयर करते हुए लिखा, “बाबा जी की कम्बल ठुकाई क्या से क्या हो गए देखते देखते।” पहली तस्वीर में एक निहंग सिख पुलिस पर तलवार ताने नजर आ रहा है। दूसरी तस्वीर में एक शख्स घायल दिख रहा है। उसके सिर पर पट्टी बंधी और चेहरे पर घाव हैं। पहली तस्वीर के ऊपर लिखा है पहले और दूसरी के ऊपर लिखा है बाद में।
क्या है सच-हमने पहली फोटो को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया। सर्च रिजल्ट में हमें यह फोटो कई खबरों में मिली।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह तस्वीर गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली के दौरान गाजीपुर बॉर्डर में हुई हिंसा की है।
वहीं, दूसरी फोटो को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें फेसबुक पेज “Kirti Kisan Union” के 28 दिसंबर, 2020 के एक पोस्ट में यह फोटो मिली। इस पोस्ट में कुछ और घायल लोगों की तस्वीरें भी हैं। इस पोस्ट के अनुसार, तस्वीरों में शामिल लोग कीर्ति किसान संघ के सदस्य हैं जो दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में आते वक्त एक दुर्घटना का शिकार हो गए।
हमें 28 दिसंबर, 2020 को छपी
News18 Punjab की एक रिपोर्ट भी मिली जिसके मुताबिक, पंजाब के खन्ना शहर के पास एक सड़क दुर्घटना हुई थी। ये तस्वीरें उसी घटना की हैं।
वेबदुनिया की पड़ताल में वायरल दावा झूठ निकला। चोटिल बुजुर्ग की तस्वीर को पुलिस पर तलवार तानने वाले निहंग सिख का बताया जा रहा है, जो असल में एक महीने पहले पंजाब में हुई सड़क दुर्घटना में घायल बुजुर्ग की है।