कहीं आपके घर का मंदिर नियम के विरूद्ध तो नहीं...
घर में हो मंदिर तो अवश्य पढ़ें यह नियम....
हर घर में आपको पूजा के स्थान या मंदिर मिल जाएंगे लेकिन यदि घर में मंदिर हो तो कुछ खास नियमों का पालन करने से संकटों से बचा जा सकता है अन्यथा आपके घर का मंदिर आपके लिए संकट खड़ा करने वाला सिद्ध होगा। लाल किताब के अनुसार तो कुछ जातकों को घर में मंदिर नहीं बनाना चाहिए, लेकिन कुछ के लिए मंदिर बनाना जरूरी है।
हालांकि घर में स्थित मंदिर परिवार को सभी प्रकार की नकारात्मक शक्तियों के प्रभाव से बचाता है लेकिन मंदिर में रखी मूर्तियां शास्त्रों के अनुसार नहीं रखी हैं तो अशुभ भी होने की शंका बनी रहती है और फिर किसी चमत्कार की आशा नहीं की जा सकती।
यही कारण है कि सभी के घरों में भगवान की पूजा के लिए बनाए गए विशेष स्थान पर मूर्तियों की स्थिति और संख्या पर ध्यान देना जरूरी है। देवी-देवताओं की मूर्तियां और फोटो के बारे में नियम बने हुए हैं।
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इसका ध्यान रखें : ऋषि-मुनियों के अनुसार भी घर के मंदिर में रखी जाने वाली देवी-देवताओं की प्रतिमाओं का आकार 3 इंच से ज्यादा नहीं होना चाहिए या हमारे अंगूठे की लंबाई के बराबर ही मूर्तियां रखना चाहिए।
अंगूठा आकार से बड़ी मूर्तियां घर के मंदिर में नहीं रखना चाहिए। बड़ी मूर्तियों की पूजा में कई नियमों का पालन करना होता है। इनकी पूजा में त्रुटि होना अशुभ माना जाता है और पुण्य लाभ भी प्राप्त नहीं हो पाता है।
घर में किसी भी देवता की तीन मूर्तियां या चित्र नहीं होने चाहिए। हो सके तो बस एक ही रखें। ज्यादा देवी-देवताओं की मूर्तियां न रखें। आपका जो भी ईष्ट है बस उन्हीं की मूर्ति रखें। मूर्ति पीतल, तांबा, सोना, चांदी या कांसे की धातुओं से बनी होना चाहिए।