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Written By हिमा अग्रवाल
Last Modified: मंगलवार, 22 सितम्बर 2020 (23:15 IST)

स्कूल के टॉयलेट्स में CCTV! टीचर्स ने प्रबंधक पर लगाए गंभीर आरोप

स्कूल के टॉयलेट्स में CCTV!  टीचर्स ने प्रबंधक पर लगाए गंभीर आरोप - स्कूल के टॉयलेट्स में CCTV!  टीचर्स ने प्रबंधक पर लगाए गंभीर आरोप
मेरठ के निजी स्कूल सचिव पर 52 टीचर्स ने यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत दर्ज कराई है। टीचर्स का कहना है कि एकेडमी के टॉयलेट में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। सचिव द्वारा अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया जाता है, इतना ही नहीं, इनका कहना है कि जो सचिव और उनके बेटे की शरण में चला गया, वह तरक्की पा जाता है। 1-2 नहीं बल्कि ये आरोप 50 से अधिक शिक्षिकाओं ने लगाए हैं।

आरोप लगते ही इसकी गूंज लखनऊ तक पहुंच गई। शिक्षा विभाग से लेकर प्रशासन तक ने जांच कमेटी बना दी। उत्पीड़न से मामला जुड़ते ही पुलिस एएसपी ने खुद जांच का जिम्मा संभाल लिया है। सीसीटीवी फुटेज जांच के लिए एफएसएल टीम को लगाया गया है। पूरे प्रकरण पर विद्यालय सचिव ने खुद को निर्दोष बता रहे हैं तो वहीं प्रिसिंपल ने भी मामले में अनभिज्ञता जताई है।
 
मामला मेरठ थाना सदर बाजार क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। यहां जैन समुदाय द्वारा संचालित ऋषभ एकेडमी है, जो नर्सरी से 12 क्लास तक है। इस एकेडमी में 2700 छात्र-छात्राएं हैं, जिनको पढ़ाने का जिम्मा 102 टीचर्स के कंधों पर है। ऋषभ स्कूल में उस वक्त हड़कंप मच गया जब यहां की 52 फीमेल टीचर्स और सीए ने स्कूल प्रबंधक रंजीत कुमार जैन पर घोटाले और यौन शोषण का आरोप लगाया।

शिक्षिकाओं ने कहा कि स्कूल प्रबंधक रंजीत जैन लगातार उनका शोषण कर रहे हैं। उन्हें सैलरी नहीं दी जा रही। जब सैलरी मांगी जाती है तो रंजीत जैन अश्लील भाषा का इस्तेमाल करते हैं। सीए संजीव जैन ने स्कूल में गे एक्टीविटी होने का संगीन आरोप लगाया है, जो बेहद शर्मनाक है। स्कूल के शौचालय में भी सीसीटीवी कैमरे तक लगाए हुए हैं।
 
मेरठ कैंट स्थित ऋषभ एकेडमी के प्रबंधन का काम रंजीत जैन देख रहे हैं। यह स्कूल जैन समाज की संस्था से जुड़ा हुआ हुआ होने के कारण इसका प्रबंधक हमेशा जैन समाज का सदस्य होता है। वर्तमान में स्कूल के प्रबंधक रंजीत जैन हैं, जो लगातार शिक्षिकाओं का शोषण कर रहे हैं। इतना ही नहीं, एक टीचर ने कहा कि जो रंजीत जैन और उनके बेटे के साथ रिलेशनशिप बना लेता है, वह विद्यालय में तरक्की पा जाता है।
 
ऋषभ एकेडमी में टीचर्स और बच्चों की एक्टीविटी जांचने के लिए 100 सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं, लेकिन इन कैमरों का उपयोग टायलेट में भी किया जा रहा है। इस बात से पता चलता है कि विद्यालय प्रबंधन छात्राओं और महिलाओं के प्रति कितना गंभीर है, क्योंकि उसने स्कूल परिसर में बने शौचालय में भी सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं।

इस संदर्भ में विद्यालय की प्रिंसिपल याचना भारद्वाज से बात की तो उन्होंने पूरे मामले से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि मामला उनके संज्ञान में नही आया, कल वे छुट्टी पर थीं। प्रिंसिपल कहती हैं कि  सचिव द्वारा यौन उत्पीड़न का तो पता नहीं, लेकिन अभद्र भाषा प्रयोग करने की शिकायत जरूर उनके पास आई थी। यदि यह शिकायत एक-दो अध्यापिकाओं की होती तो समझ में आती, लेकिन एक साथ 52 टीचर्स ने शिकायती पत्र पुलिस को दिया है। जब उनसे पूछा कि टायलेट में कैमरा क्यों लगा है तो उन्होंने चौंकाने वाला जबाव दिया कि छात्र सिगरेट पीते हैं, नशे के इंजेक्शन लगाते हैं, इसलिए कैमरा लगाया गया है।
 
हद हो तब हो गई जब एकेडमी सचिव रंजीत जैन ने टायलेट में सीसीटीवी लगे होने की बात झूठी करार दी। प्रिसिंपल का कहना है कि जेंट्स टायलेट में सीसीटीवी लगे हुए हैं, लेडीज में नहीं। प्रश्न यह है कि टायलेट में सीसीटीवी लगाना निजता का हनन है, इस पर कार्रवाई अवश्य होनी चाहिए। टीचर्स का कहना है कि लॉकडाउन से पहले छात्राओं के टायलेट में भी सीसीटीवी लगे हुए थे जो अब हटा लिए गए हैं। विद्यालय प्रबंधन ने 6 माह से अब तक टीचर्स को तनख्वाह भी नहीं दी है।
 
इसी विद्यालय की एक कुछ एक शिक्षिका ने कुछ वर्ष पहले यौन उत्पीड़न मामले में भी सदर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। रंजीत जैन अपनी अमर्यादित भाषा के चलते आए दिन वह सुर्खियों में रहते हैं, जब प्रदेश में योगी सरकार आई थी तो उन्होंने ने एक सर्कुलर जारी कर छात्रों को योगी स्टाइल में बाल कटाने का आदेश दे थे, जिसका मुस्लिम और सिख छात्रों के अभिभावकों ने विरोध किया था, रंजीत को माफी मांगनी पड़ी। मामला महिला उत्पीड़न से जुड़ा है।

पुलिस ने भी विद्यालय का सारा रिकॉर्ड अपने हाथ में ले लिया है। ऊंचे रसूख के चलते रंजीत हमेशा पुलिस पकड़ से बच जाते थे, लेकिन अब रंजीत ने जैन समाज की साख पर बट्टा लग दिया है, जिसके चलते जैन समाज ने उनको बाहर का रास्ता दिखा दिया है और वहीं पुलिस ने भी रंजीत पर महिला यौन उत्पीड़न की धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।