महंगाई पर योगी के मंत्री के बेतुके बोल, 95 प्रतिशत जनता नहीं करती पेट्रोल और डीजल का उपयोग
लखनऊ। एक ओर जहां पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से जनता कराह रही है, वहीं मंत्रियों और नेताओं के बयान महंगाई के जख्म पर नमक का काम कर रहे हैं। ऐसा ही एक बयान उत्तरप्रदेश के मंत्री का आया है। यूपी मंत्री उपेंद्र तिवारी ने कहा कि देश की 95 प्रतिशत जनता पेट्रोल-डीजल का प्रयोग नहीं करती है।
पेट्रोल-डीजल की महंगाई हर दिन नए रिकॉर्ड बना रही है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में तेजी के साथ ही घरेलू बाजार में भी तेल की कीमतों में उफान आ रहा है। 21 अक्टूबर 2021 को तेल विपणन कंपनियों ने पेट्रोल डीजल की कीमतों में 35-35 पैसे की बढ़ोतरी कर दी है। इसके साथ ही आज राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 106.54 रुपए प्रति लीटर और डीजल 95.27 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है।
उपेंद्र तिवारी ने कहा कि डीजल-पेट्रोल के दाम बढ़े ही नहीं है। वे यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि देश में अब तक 100 करोड़ से ज्यादा लोगों को मुफ्त में कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है। अगर आप तेल के दामों को प्रति व्यक्ति आय से तुलना करें तो पेट्रोल के दाम बहुत कम हैं।
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर पीएम मोदी ने दुनिया भर की तमाम तेल कंपनियों के सीईओ के साथ बुधवार को बैठक की। माना जा रहा है कि इस बैठक से डीजल-पेट्रोल की कीमतें नीचे लाने में मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री के साथ तेल कंपनियों की बैठक में रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी, रूस की रोजनेफ्ट कंपनी के चेयरमैन और सीईओ डॉक्टर आइगोर सेचिन, सऊदी अरब की सऊदी अरामको के प्रेसिडेंट और सीईओ अमीन नासिर, ब्रिटेन की ब्रिटिश पेट्रोलियम के सीईओ बर्नार्ड लूनी, अमेरिका की श्मलबर्जर लिमिटेड के सीईओ ओलिवर ली पेच, यूओपी की हनीवैल के प्रेसिडेंट और सीईओ ब्रायन ग्लोवर के साथ साथ वेदांता लिमिटेड के चेयरमैन अनिल अग्रवाल समेत कई अन्य लोग मौजूद रहे।