कानपुर देहात में अतिक्रमण हटाने के दौरान मां-बेटी जिंदा जले, गांववालों ने अफसरों को खदेड़ा
कानपुर देहात। कानपुर देहात में प्रशासन सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाने की कार्रवाई करने गया था। इस दौरान प्रदर्शन कर रही मां-बेटी जिंदा जल गईं। नाराज ग्रामीणों ने एसडीएम के साथ प्रशासनिक अफसरों और पुलिस की टीम को दौड़ा लिया। घटना की जानकारी होते ही मौके पर एसपी कानपुर देहात अन्य पुलिस अफसर के साथ मौके पर पहुंचे गए। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस और पीएसी तैनात की गई है।
अतिक्रमण हटाने के दौरान हुई घटना : कानपुर देहात मैथा तहसील के मड़ौली गांव में कृष्ण गोपाल दीक्षित के खिलाफ अवैध कब्जा करने की शिकायत थी। सोमवार को एसडीएम मैथा ज्ञानेश्वर प्रसाद,पुलिस व राजस्व कर्मियों के साथ गांव में अतिक्रमण हटाने पहुंचे थे।
आरोप है कि टीम ने जेसीबी से नल और मंदिर तोड़ने के साथ ही छप्पर गिरा दिया। इससे छप्पर में आग लग गई और वहां मौजूद प्रमिला (44) व उनकी बेटी नेहा (18) की आग की चपेट में आने से जलकर मौके पर ही मौत हो गई जबकि कृष्ण गोपाल गंभीर रूप से झुलस गए।
दोषियों पर होगी कठोर कार्रवाई : एसपी कानपुर देहात बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि घटना के दौरान आग की चपेट में आकर एक महिला व एक युवती की मौत हो गई है। पूरे मामले की जांच कराई जा रही है।पूरे मामले में दोषी के ऊपर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
भावुक हुईं राज्यमंत्री : घटना की जानकारी होते ही घटनास्थल पर राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला पहुंचीं। उन्होंने परिवार से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की। इस दौरान वह पत्रकारों से बातचीत करते हुए भावुक हो गई।
उन्होंने कहा कि मेरे पास महिला कल्याण विभाग के होने का क्या फायदा जब एक मां और एक बेटी हम नहीं बचा पा रहे हैं। प्रतिभा शुक्ला ने कहा कि घटना बेहद दुखद है। जितना कष्ट इस परिवार को हो रहा है। उतना ही दुख मुझे भी हो रहा है।
इस क्षेत्र की मैं विधायक हूं। मेरे क्षेत्र में ऐसी घटना हो रही है। महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहा है। ऐसे में मेरा महिला कल्याण विभाग में होना बेकार है।
जब हम अपनी एक बेटी व एक मां को ही नहीं बचा पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जमीन तो यूं ही पड़ी है। आगे भी पड़ी रहेगी। कोई कहीं नहीं ले जा रहा है।