वायरल और डेंगू बुखार से शहर-दर-शहर तपने लगे हैं। ऐसे में यूपी के सभी जिलों में स्वास्थ्य विभाग की धड़कनें बढ़ी हुई हैं, क्योंकि कोरोना अभी पूरी तरह खत्म भी नही हुआ है। ऐसे में मौसमी बुखार के साथ डेंगू ने उत्तर प्रदेश सहित बिहार में भी पैर पसार लिए हैं।
यूपी के 6 जिलों में डेंगू ने तेजी से दस्तक दी है। फिरोजाबाद, मथुरा और आगरा में डेंगू के सबसे ज्यादा मरीज हैं, मौत का आंकड़ा भी इन्हीं जिलों में सबसे ज्यादा है। इन शहरों पर शासन की विशेष नजर बनी हुई है। उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों एटा, कासगंज, मैनपुरी, मेरठ, बागपत, वाराणसी, मुरादाबाद, बुलंदशहर सहित मुजफ्फरनगर में भी डेंगू और वायरल बुखार का प्रकोप बढ़ता जा रहा है।
फिरोजाबाद में सबसे ज्यादा मरीज : वहीं, बुखार से तपते फिरोजाबाद, मथुरा, बलिया जैसे जिलों में मरीजों की संख्या बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन हांफने लगा है, क्योंकि मरीज बढ़ रहे हैं और अस्पतालों में बेड कम हैं। एक बेड पर दो-दो या अधिक मरीज रखकर उपचार किया जा रहा है।
फिरोजाबाद जिले में डेंगू से हो रही मौतों का ग्राफ नीचे नही आ रहा है, यहां पिछले 2 दिनों में 15 मरीजों की मौत हो गई है। वहीं डेंगू वार्ड में भर्ती मरीजों के परिजनों आरोप है कि मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीजों का उचित इलाज नहीं हो रहा है। यह बुखार अब शहर से निकलकर गांवों की तरफ पैर पसार रहा है, जहां मरीजों को समुचित इलाज नहीं मिल पा रहा है, जिसके अभाव में मरीज दम तोड़ रहे हैं। फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज में पिछले दो दिनों में 101 नए डेंगू के मरीज मिले हैं। वही मेडिकल कॉलेज के डेंगू वॉर्ड में कुल 408 मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
बात करें एटा जिले की तो वहां एक बच्ची सहित 6 और कासगंज में 2 मरीजों की रिपोर्ट में डेंगू की पुष्टि हुई। वहीं मैनपुरी के जिला अस्पताल में 2 दर्जन मरीज डेंगू पॉजिटिव पाए गए हैं और वर्तमान में 100 शैय्या अस्पताल में 429 मरीजों का इलाज चल रहा हैं। इस अस्पताल में मरीजों को के परिजनों को रोता और बिलखता भी देखा जा रहा है।
मथुरा में डेंगू घटा, वायरल बढ़ा : गौरतलब है कि मथुरा में डेंगू का प्रकोप भले ही अब कम हो गया है, लेकिन वायरल बुखार में कोई कमी नहीं आई है। बुखार निवारण दवा की कीमतें आसमान छू रही हैं, दवा कंपनियां आपदा में अवसर कमाने से पीछे नही हट रही हैं। पेन किलर, कफ सिरप, पैरासिटामोल, एंटी बायोटिक और मलेरिया के इंजेक्शन की मांग अधिक है। मथुरा में करीब 1200 मेडिकल स्टोर हैं। इनमें 300 शहर और 900 देहात क्षेत्र में हैं।
दवाइयों की कीमत में उछाल : कोरोना के कमजोर पड़ने पर दवा के थोक व फुटकर फुटकर बाजार में कुछ गिरावट जरूर आई थी, लेकिन अब डेंगू और वायरल बुखार के चलते दवा कीमत फिर से उछाल ले रही है।
डेंगू बुखार के दौरान ब्लड प्लेटलेट्स तेजी से कम होने के चलते खून की कमी की शिकायतें सामने आ रही हैं। इसके लिए सभी जिलों के चिकित्सालयों में और सामाजिक संगठन अपने स्तर पर रक्तदान करने के लिए विशेष कैंप लगा रहे हैं। वहीं जरूरत के मुताबिक जिला प्रशासन आसपास के जिलों से भी प्लेटलेट्स की आपूर्ति करवाने की व्यवस्था कर रहा है, फिरोजाबाद और मथुरा में ये आपूर्ति आगरा मेडिकल कॉलेज द्वारा की जा रही है।
मेरठ में बढ़े डेंगू के मरीज : मेरठ में डेंगू के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। 24 घंटे में डेंगू के 15 नए मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। वर्तमान में 93 एक्टिव केस डेंगू के हैं, जबकि 6 दिनों में 17 हजार 23 घरों का डोर टू डोर सर्वे किया गया है, जिसमें से 2208 मरीज बुखार से पीड़ित मिले हैं। इनमें 310 बुखार, 116 सर्दी जुकाम, पांच को सांस लेने में तकलीफ, 36 मरीज पेट में दर्द, उल्टी, खून, खांसी की शिकायत के मिले हैं। बुखार के मरीजों का डेंगू, मलेरिया, चिकिनगुनिया और कोरोना सैंपल जांच के लिये भेजे गए हैं।
यूपी के सभी डेंगू प्रभावित जिलों और क्षेत्रों में विशेष तौर पर सफाई अभियान चलाया जा रहा है, फॉगिंग भी की जा रही है। जगह-जगह स्वास्थ्य विभाग अपनी टीमें भेज कर लोगों को डेंगू से बचने के उपाय भी बता रहा है, पोस्टर भी दीवारों पर लगाये जा रहे है। सभी जिलों में प्रशासन और नगर निगम की ओर से मंगलवार को विशेष अभियान चलाकर शहर में दवा का छिड़काव करवा रहा है।
फिरोजाबाद में डेंगू से फैली महामारी की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन ने गंबूसिया मछलियों का सहारा ले रहा है। विशेषज्ञों का दावा है कि गंबूसिया मछलियों को तालाब में छोड़ने से ये लाखों मच्छर का लार्वा भक्षण कर लेगी, जिसे मच्छर जनित रोगों पर काफी हद तक लगाम लगाया जा सकता है।
बिहार में भी बढ़ा डेंगू का प्रकोप : उत्तर प्रदेश से सटे बिहार में भी डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। वहां के निजी और सरकारी अस्पताल मरीजों से फुल है। ऐसे में यदि वहां डेंगू तेज रफ्तार पकड़ लेता है, स्थिति बिगड़ सकती है। हालांकि डेंगू को नियत्रंण में करने की कवायद शासन स्तर पर जारी है। हालांकि उत्तराखंड में भी डेंगू ने दस्तक दी है, वहां फिलहाल डेंगू और वायरल पर काबू पा लिया गया है।