इस बार के उत्तर प्रदेश चुनाव में समाजवादी पार्टी की सांसद, अखिलेश यादव की पत्नी और मुलायम सिंह की बहू डिंपल यादव को सपा के कार्यकर्ता और समर्थक 'भाभी' कहकर संबोधित कर रहे हैं। वे खुद भी खुद को भी भाभी कहती हैं। शनिवार को डिंपल यादव मुलायल सिंह यादव के गढ़ आजमगढ़ में एक जनसभा को संबोधित करने पहुंची, जहां पर लोग उनका काफी देर से इंतजार कर रहे थे। इसी बीच उनका आने से पहले एक पार्टी नेता ने मंच से कहा 'आपकी प्यारी भाभी तीन मिनट में पहुंच रही हैं।'
2012 में राज्य के विधानसभा चुनाव के दौरान भी डिंपल ने अपने कैम्पेन की शुरुआत में कहा था- 'एक भाभी, बहू और बेटी आपका (जनता) आशीर्वाद लेने आई है।' वहीं इस बार भी (9 फरवरी 2017) कानपुर में रैली के दौरान उन्होंने कहा- 'अब आप लोग बताए मैं आपकी भाभी हूं, आप लोग किसको जिताएंगे।'
'भाभी' के रूप में चर्चित डिंपल यादव इस बार के चुनाव में समाजवादी पार्टी परिवार का एक नया चेहरा बनकर उभरी हैं। इससे अब कांग्रेस भी मन ही मन जलन रखने लगी होगी। यदि समाजवादी पाटी गठबंधन विधानसभा चुनाव जीतता है तो निश्चित ही डिंपल यादव को उसमें बड़ा रोल मिलने वाला है।
साल 2009 में लोकसभा उपचुनाव के दौरान डिंपल यादव ने राजनीति में कदम रखा था, लेकिन तब उन्होंने इस तरह से धुंआधार प्राचार और भाषण नहीं किया था। तब लोगों के बीच वे उतनी लोकप्रिय भी नहीं थी लेकिन इस चुनाव में उन्होंने साबित कर दिया है कि वे भी राजनीति में आगे बढ़ने का दमखम रखती है।
2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान डिंपल यादव किसी मजबूत राजनेता की तरह उभरकर सामने आई हैं। डिंपल यादव की जनसभाओं और उनके भाषण को देखकर लगता है कि वे युवा और महिला वोटरों को आकर्षित करने में कामयाब होंगी। हालांकि डिंपल जनसभाओं में लिखे हुए भाषण पढ़ती है लेकिन उनके भाषणों के खूब चर्चे होने लगे हैं। प्रधानमंत्री मोदी पर उनके द्वारा किए गए तीखे प्रहार भी खूब चर्चा में है।
अपनी चुनावी सभा में को संबोधित करते हुए डिंपल यादव ने कहा, मोदी तीन दिनों तक काशी में रुके और पहला रोड शो फेल हो गया। दूसरे में मजा नहीं आया और तीसरा आज है, देखिये क्या होता है। मोदी पर हमला जारी रखते हुए समाजवादी पार्टी की स्टार प्रचारक डिंपल ने कहा, मोदी अपनी नाकामियों का ठीकरा दूसरों पर फोड़ते हैं।
नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए डिंपल ने कहा, 'मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है।', 'काम की बात करो, मन की बात नहीं।' जैसे कई जुमले दिए थे, जिन्हें काफी वाहवाही मिली। दूसरी ओर डिंपल यादव का 'तुम्हारे भइया' (अखिलेश यादव) वाले बयान ने भी लोगों के बीच काफी चर्चा बटोरी।
डिंपल ने इस चुनाव में जो सक्रियता दिखाई है, उससे निश्चित ही कांग्रेस को परेशान होना चाहिए क्योंकि डिंपल के लाइमलाइट में आने से कांग्रेस काफी पीछे हो गई है। प्रियंका गांधी तो इस चुनाव में कोई खास असर नहीं छोड़ पाई और राहुल गांधी तो अखिलेश और डिंपल के पीछे पीछे चलते दिखाई दिए लेकिन सभी जगह समाजवादी पार्टी की 'भाभी' ही छाई रहीं।