अफगानिस्तान में धीमा पड़ा लोगों को निकालने का अभियान, 300 भारतीयों की वापसी आज
नई दिल्ली। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति को देखते हुए भारत के निकासी अभियान के तहत रविवार तक करीब 300 भारतीय नागरिकों को अफगानिस्तान से स्वदेश लाए जाने की उम्मीद है। इस बीच अमेरिका ने कहा कि सुरक्षा खतरों ने काबुल हवाई अड्डे से लोगों की निकासी प्रक्रिया को धीमा कर दिया है। हजारों लोग देश से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे हैं जिससे हवाई अड्डे पर अफरा-तफरी का माहौल है।
अधिकारियों ने कहा कि 80 से अधिक भारतीयों को शनिवार को काबुल से भारतीय वायु सेना के एक सैन्य परिवहन विमान में ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे ले जाया गया और समूह को रविवार तड़के मध्य एशियाई शहर से एयर इंडिया की एक विशेष उड़ान से दिल्ली वापस लाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि रविवार तक भारतीय वायु सेना के विमान से काबुल से करीब 100 भारतीयों को भारत वापस लाए जाने की संभावना है।
इसके अलावा, 90 से अधिक भारतीयों का एक और समूह, जिनमें से अधिकांश अफगानिस्तान में काम कर रही कई विदेशी कंपनियों के कर्मचारी हैं, को अमेरिका और नाटो के विमानों द्वारा दोहा भेजा गया। इन लोगों को रविवार को घर वापस लाया जाना भी तय है।
भारतीय वायुसेना के सैन्य परिवहन विमान के जरिये शनिवार को काबुल से करीब 80 भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकाला गया।
उन्होंने कहा कि भारतीयों को वहां से निकालने के बाद यह विमान ताजिकिस्तान के दुशांबे में उतरा। उड़ान के शाम तक दिल्ली के निकट हिंडन वायुसैनिक अड्डे पर पहुंचने की उम्मीद है।
काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद से भारत अब तक फगान राजधानी से भारतीय राजदूत और दूतावास के अन्य कर्मियों समेत 200 लोगों को वायुसेना के दो सी-19 परिवहन विमानों के जरिये वहां से निकाल चुका है। सोमवार को 40 से ज्यादा भारतीयों को लेकर पहली उड़ान भारत पहुंची थी।
भारतीय राजनयिकों, अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों व वहां फंसे कुछ भारतीयों समेत करीब 150 लोगों के साथ दूसरा सी-17 विमान मंगलवार को भारत पहुंचा था।
अमेरिकी सैनिकों की वापसी की पृष्ठभूमि में तालिबान ने अफगानिस्तान में तेजी से अपने पांव पसारते हुए राजधानी काबुल समेत वहां के अधिकतर इलाकों पर कब्जा जमा लिया है। अमेरिका की मदद से करीब 200 भारतीयों को निकालने के मिशन को अंजाम दिया गया। इन लोगों की वापसी के बाद विदेश मंत्रालय ने कहा था कि अब ध्यान काबुल से सभी भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने पर होगा।
एक अनुमान के मुताबिक अफगानिस्तान में करीब 400 भारतीय फंसे हो सकते हैं और भारत उन्हें वहां से निकालने का प्रयास कर रहा है, जिनमें अमेरिका और अन्य मित्र राष्ट्रों के साथ समन्वय शामिल है।